आनंद कुमार सिंह
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया कि उनका फिलहाल सबसे बड़ाप्रतिपक्ष भाजपा ही है. धर्मतल्ला में लाखों की भीड़ के सामने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश से भाजपा को हटाने का नारा दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार हर क्षेत्र में असफल रही है. नोटबंदी, जीएसटी यह सबकुछ उसकी असफलता की कहानी है. लाखों करोड़ों रुपये का घोटाला, नोटबंदी के नाम पर हुआ है. उन्होंने कहा कि वे नौ अगस्त से 30 अगस्त तक देशव्यापी भाजपा भारत छोड़ो आंदोलन चलायेंगी.
इसके अलावा राजस्थान, कर्नाटक, मध्यप्रदेश व अन्य जगहों पर बड़े घोटाले हुए हैं. जीडीपी घटी है, एनपीए बढ़ा है. दूसरे देशों के साथ भारत के रिश्ते खराब हो गये हैं. नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के साथ रिश्ते तल्ख हुए हैं. देश में गोरक्षा के नाम पर गोराक्षस बने हैं. राष्ट्रपति चुनाव में भले ही भाजपा के उम्मीदवार को जीत मिली हो लेकिन उपराष्ट्रपति चुनाव में कुछ और विपक्षी दलों ने साथ में आने की घोषणा की है. इसके अलावा अगले लोकसभा चुनाव में हालात राष्ट्रपति चुनाव की तरह नहीं होंगे. तब जिन पार्टियों ने भाजपा का राष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्थन किया था वह साथ नहीं होंगी.
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा सोच रही है कि 2019 का वोट वह अपनी जेब में रख चुकी है लेकिन उसे समझना चाहिए कि उसकी जेब कट चुकी है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, लालू प्रसाद, नीतीश कुमार, डीएमके, नवीन पटनायक, उमर अबदुल्ला, उन सभी लोगों का हाथ थामने को तैयार हैं जो भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. 2019 में भाजपा को बंगाल से एक भी सीट नहीं मिलेगी. उन्हाेंने कहा कि इसके अलावा हम समूचे देश से भाजपा को मिट्टी में मिलायेंगे. यह उनका चैलेंज है.
ममता बनर्जी ने कहा कि जो भी उनसे टकरायेगा वह चूर-चूर हो जायेगा. सारधा और नारद मामले को महत्वहीन करार देते हुए उन्होंने इसे षडयंत्र बताया. उन्होंने कहा कि यह उनपर दबाव बनाने की कोशिश का हिस्सा है लेकिन वह डरने वाली नहीं हैं. उनका कहना था कि स्टिंग ऑपरेशन का कोई महत्व नहीं होता. तृणमूल के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए सीबीआइ का भय दिखाया जाता है.