Advertisement
गुरु कड़वी दवा पिलाते हैं हमारे फायदे के लिए
भागवत जन-कल्याण ट्रस्ट के गुरु पूर्णिमा महोत्सव में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब बोले पं. मालीराम शास्त्री कोलकाता : ‘आज-कल लोग गुरु को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं, लेकिन इससे कोई भला होनेवाला नहीं है. जरूरत गुरु के अनुसार चलने की है. उन्होंने कहा कि यह आशा मत करो कि गुरुदेव हमेशा हमें मीठा ही […]
भागवत जन-कल्याण ट्रस्ट के गुरु पूर्णिमा महोत्सव में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
बोले पं. मालीराम शास्त्री
कोलकाता : ‘आज-कल लोग गुरु को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं, लेकिन इससे कोई भला होनेवाला नहीं है. जरूरत गुरु के अनुसार चलने की है. उन्होंने कहा कि यह आशा मत करो कि गुरुदेव हमेशा हमें मीठा ही मीठा खिलायें. कई बार गुरु हमें हमारे फायदे के लिए कड़वी से कड़वी दवा पिलाते हैं, जो हमें गुरु कृपा समझ कर ग्रहण कर लेनी चाहिए. ये उद्गार परम श्रद्धेय भागवत मर्मज्ञ पंडित श्री मालीरामजी शास्त्री ने आज वीआइपी रोड स्थित पंचवटी के श्री श्याम बाबा मंदिर परिसर में भागवत जन-कल्याण ट्रस्ट की ओर से आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर अपने मार्गदर्शी श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किये.
पंडित शास्त्री ने कहा कि मनुष्य जन्म का वास्तविक लक्ष्य है, भगवत प्राप्ति और यह बिना गुरु के संभव हीं नहीं है. क्योंकि भक्ति के बिना भगवत प्राप्ति असंभव है और बिना ज्ञान के भक्ति संभव नहीं और यह जो ज्ञान है, वह गुरु के बिना असंभव है. कुछ लोग विविध विषयों पर पीएचडी करते हैं, लेकिन हमारे दृष्टिकोण में तो पीएचडी का वास्तविक अर्थ है : परमानेंट हरि दर्शन. उन्होंने कहा कि रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा है कि
‘‘सचिव, वैद्य, गुरु तीन जो प्रिय बोलहिं भय आश। राज, धर्म, तन तीन करि होयहिं बेगहिं नाश ।।’’ अर्थात भय या स्वार्थवश मंत्री, चिकित्सक या गुरु प्रिय बोलते हैं, तो इससे राज्य, धर्म व शरीर का जल्दी ही नाश हो जाता है. पंडित शास्त्री ने कहा कि लोग तत्व ज्ञान के लिए गुरु के पास जाते हैं. संत, गुरु और भगवंत पर श्रद्धा रखनी चाहिए. गुरु तो क्या गुरु शब्द का भी अनादर न हो, इस बात का सदैव ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि गुरु को भगवान से भी ऊपर माना गया है.
अतः गुरु का अनादर भगवान के अपमान से भी बढ़ कर है. इससे पूर्व महोत्सव का शुभारंभ संकीर्तन के साथ हुआ, जिसमें राधा मंडल, संजय शर्मा, राजा अग्रवाल ने गुरु महिमा पर सुमधर भजनों का कार्यक्रम प्रस्तुत किया. आरती के पश्चात् श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया. इस मौके पर डॉ एसके शर्मा, सीताराम शर्मा, विजय अग्रवाल, बनवारीलाल सरावगी, कैलाश सुल्तानिया, िबनोद केडिया व अन्य उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement