शहरों में भी अब शायद ही कोई महिला अनपढ़ हो. श्री त्रिपाठी ने कहा कि एक छात्र जब शिक्षित होता है तो उसका भाग्योदय होता है लेकिन एक लड़की को जब शिक्षा मिलती है तो पूरे परिवार का भाग्योदय हो जाता है. श्री त्रिपाठी ने कहा कि नारी शिक्षा के सुखद परिणाम सामाजिक विसंगतियों में कमी के रूप में सामने आ रहे हैं. महिलायें रोजगार के नये अवसरों का लाभ उठाकर आर्थिक रूप से अपने पांव पर खड़ी हो रही हैं. अब ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज न की हो. श्री त्रिपाठी ने सफल छात्राओं को परामर्श दिया कि खूब आगे बढ़ो एवं सफलता की चोटी पर पहुंच जाओ लेकिन अपने संस्कार और भारतीय संस्कृति की जड़ों से अपने को कभी अलग न करो.
समिति की ओर से हावड़ा लायंस अस्पताल के संप्रसारण के लिए 10 लाख रुपये का चेक संस्था के अध्यक्ष वाईके गुप्ता एवं पूर्व अध्यक्ष डीके माहेश्वरी को प्रदान किया गया. समाजसेवी हरिप्रसाद कानोडिया, जगदीश चंद्र मूंधड़ा, आरएस झंवर, सरिता लोहिया, सीताराम शर्मा, दिनेश चंद्र जैन व अन्य गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित थे. मौके पर सुमन जैन द्वारा संपादित स्मारिका का विमोचन राज्यपाल ने किया. समिति की प्रधान सचिव आशा माहेश्वरी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. संचालन राज झंवर ने किया. बिमला मूंधड़ा, गीता राठी, सुधा मूंधड़ा, शशि पाटोदिया, प्रभा खेतान, लता बाजोरिया, राधा कोठारी, पुष्पा बंसल, अरुणा काबरा, चंपा देवी कानोडिया, चंदा बांगड़, इंद्रा लूनिया, मंजू मजेजी व अन्यों ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभायी.