दुर्गापुर : कोकओवेन थाना के सागरभांगा स्थित ग्रेफाइट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कारखाना में कार्यरत ठेका श्रमिकों के वेतन समझौता को लेकर आइएनटीटीयूसी के दो गुटों में विवाद हो गया. खबर पाकर घटनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत कराया.
आइएनटीटीयूसी के ग्रेफाइट इंडिया श्रमिक संघ के नेता प्रभात चटर्जी ने कहा कि दुर्गापुर लेबर कमिशन में ठेका श्रमिकों को 184 रुपये की जगह 250 रुपये देने पर समझौता हुआ. इसमें सीटू, इंटक, बीएमएस, यूटीयूसी के पांच श्रमिक संगठनों ने हस्ताक्षर किया. वेतन समझौते में ठेका श्रमिकों के ओवर टाइम को दुगुना किया गया है.
कारखाने में 700 ठेका श्रमिक कार्यरत हैं. तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने ठेका श्रमिकों का वेतन समझौता दो बार किया है जबकि वाममोरचा सरकार में वेतन समझौता ठीक ढंग से नहीं होता था. इस कारण ठेका श्रमिकों को सुविधाओं से वंचित होना पड़ता था. स्थायी श्रमिकों का वेतन समझौता 23 को होगा.
उन्होंने कहा कि कारखाने में उनके संगठन को मान्यता मिली है. अगर कोई तृणमूल कांग्रेस का झंडा लेकर संगठन का नेता कहता है तो यह उसकी भूल है. श्रमिक हित को ध्यान में रखकर समझौता हुआ है. दूसरे गुट के दिलीप धीवर ने कहा कि ठेका श्रमिकों के साथ विश्वासघात किया गया है. वेतन में बढ़ोतरी की गुंजाइश थी. तीन सौ रुपया होना चाहिये था. वे इस समझौते को नहीं मानते और इसमें संशोधन करना होगा.