बाबुल ने कहा- 15 माह के विलंब से लागत खर्च 27 करोड़ से बढ़ कर 57 करोड़
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जनवरी, 2021 में निर्माण पूरा, बजट 60 करोड़
बाबुल ने कहा- 15 माह के विलंब से लागत खर्च 27 करोड़ से बढ़ कर 57 करोड़ सड़क की चौड़ाई बढ़ने के कारण नये सिरे से बनाना पड़ा नक्शा, ली गयी मंजूरी आईएसएलएफएस के दिवालिया होने के डीबूडीह चेकपोस्ट के पास निर्माण बाधित आसनसोल : केन्द्रीय वन, पर्यावरण व मौसम बदलाव राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने […]
सड़क की चौड़ाई बढ़ने के कारण नये सिरे से बनाना पड़ा नक्शा, ली गयी मंजूरी
आईएसएलएफएस के दिवालिया होने के डीबूडीह चेकपोस्ट के पास निर्माण बाधित
आसनसोल : केन्द्रीय वन, पर्यावरण व मौसम बदलाव राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को कुमारपुर ओवरब्रिज के निर्माण का मुआयना किया. उन्होंने कहा कि जिलाशासक तथा डीआरएम के साथ बैठक के बाद निर्माण शुरू हो गया है. लेकिन विलंब होने से इसकी लागत राशि 27 करोड़ रुपये से बढ़ कर 57 करोड़ रुपये हो गयी है. भाजपा के जिलाध्यक्ष लखन धुरूई, शिवराम बर्मन, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अरिजीत राय, संतोष सिंह, रेल अधिकारी आशीष भारद्वाज, हरीश मजूमदार, कल्याण वंदोपाध्याय आदि उपस्थित थे.
श्री सुप्रियो ने कहा कि ब्रिज के मुद्दे पर बीते सोमवार को जिलाशासक शंशाक सेठी तथा डीआरएम सुमित सरकार के साथ उन्होंने बैठक की थी. उस बैठक का परिणाम है कि ओवरब्रिज का निर्माण शुरू हो गया है. सेल तथा रेल की संयुक्त परियोजना का बजट 27 करोड़ रूपये का था. लेकिन परियोजना के समय में 15 महीने का विलंब होने के कारण परियोजना का बजट 57 करोड़ रूपये हो गया.
इसका निर्माण कार्य वर्ष 2021 के जनवरी महीने में पूरा होते होते परियोजना का बजट 60 करोड़ तक चला जायेगा. उन्होंने कहा कि मंत्री अरूप विश्वास के अनुरोध पर सडक की चौडाई नौ मीटर करना पड़ी. सेल तथा रेल के अधिकारियो को समझाकर निर्माण कार्य को पुन: शुरू कराने लिये परियोजना का मैप पुन: नये सिरे से बनाया गया. जिसके लिये पीडब्ल्यूडी के अधिकारियो से मशवरा करने के बाद कार्य को शुरू कर दिया गया.
उन्होने कहा कि वे वादा नहीं इरादा लेकर आये है. उन्होने ‘दीदी को बोलो‘ अभियान पर टिप्पणी करते हुये कहा कि बाबूल दा को बोलने से भी काम होता है. एनएच दो पर रानीगंज के पास सडक के निर्माण कार्य तथा बड़े-बड़े गड्ढे की भराई के लिये चार करोड़ रूपये का अतिरिक्त फंड आवंटित किया गया है. इस इलाके के सांसद होने के कारण क्षेत्र की विकास का दायित्व का पालन कर रहे है.
आईएसएलएफएस के आर्थिक रूप से दिवालिया घोषित होने के डीबूडीह चेक पोस्ट के पास सड़क निर्माण कार्य बाधित हुआ था.एनएचआईए संस्था लंबित निर्माण कार्यो को शीघ्र पूरा करेगा.चंद्रयान दो के बारे में उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिको ने चंद्रयान दो परियोजना के माध्यम से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की है. 2.1 किलो मीटर की दूरी से चंद्रयान दो से संपर्क टूट गया. देश के वैज्ञानिको ने वह कर दिखाया जिसका गौरव सिर्फ अमेरिका तथा रूस जैसे देशो को प्राप्त था. चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव के ऑरविट में सेटेलाईट स्थापित है जो दो वर्षो तक इसरो को तस्वीरे भेजता रहेगा.
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