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तीन करोड़ की लागत से बनेगा टाउन हॉल
आसनसोल : आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने संस्कृति धरोहरों के शहर रानीगंज में टाउन हॉल बनाने का निर्णय लिया है. उन्होंने इस मद में तीन करोड़ रुपये का फंड भी आवंटित किया. लेकिन शहर में सरकारी जमीन उपलब्ध न होने के कारण मेयर की यह ड्रीम प्रोजेक्ट पिछले ढ़ाई वर्षों से अधर में लटके […]
आसनसोल : आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने संस्कृति धरोहरों के शहर रानीगंज में टाउन हॉल बनाने का निर्णय लिया है. उन्होंने इस मद में तीन करोड़ रुपये का फंड भी आवंटित किया. लेकिन शहर में सरकारी जमीन उपलब्ध न होने के कारण मेयर की यह ड्रीम प्रोजेक्ट पिछले ढ़ाई वर्षों से अधर में लटके रहने के उपरांत स्थानीय उद्योगपति राजेन्द्र प्रसाद चौधरी के सहयोग से पूरा होने जा रहा है.
श्री चौधरी ने टाऊन हॉल के लिए शहर में अंजना सिनेमा हॉल के पास अपनी 1.65 एकड़ जमीन नगर निगम को दान किया. जमीन की रजिस्ट्री होने के उपरांत नगर निगम प्रशासन ने जमीन की ड्रेसिंग का कार्य आरंभ कर दिया है. जल्द ही मेयर श्री तिवारी टाउन हॉल का शिलान्यास करेंगे.
काजी नजरूल इस्लाम ने रानीगंज में की स्कूली पढ़ाई: रानीगंज को सांस्कृतिक धरोहर का शहर भी कहा जाता है. आसनसोल के पूर्व रानीगंज यहां का महकमा शहर था.विद्रोही कवि काजी नजरूल इस्लाम का जन्म चुरुलिया में हुआ, लेकिन स्कूली पढ़ायी उन्होंने रानीगंज सियारसोल राज हाई स्कूल से की और वे यहीं मेस में रहते थे.
काजी नजरुल के मित्र और कवि शैलजानंद मुखर्जी ने भी रानीगंज से ही अपनी स्कूली पढ़ायी पूरी की. देश का सबसे पहला कोयला खदान रानीगंज में विलियम कार और द्वारका नाथ टैगर की कम्पनी कार एंड टैगर कम्पनी ने शुरू की. इसके साथ ही अनेकों ऐतिहासिक घटनाएं इस शहर की गवाह रह चुकी है.
मेयर जितेंद्र तिवारी ने कहा कि ऐसे शहर में टाउन हॉल का न होना अपने आप में शर्म की बात है. मेयर बनते ही उनकी पहली इच्छा यह रही कि इस शहर में एक ऐसी जगह हो जहाँ लोग सांस्कृतिक अनुष्ठान कार्य कर सके, मनोरंजन के लिए विभिन्न कार्यक्रम हो, लोग एक जगह जमा होकर अपने विचारों का आदान प्रदान कर सके. इसके लिए टाऊन हॉल बनाने का निर्णय हुआ और फंड भी आवंटित कर दिया गया.
स्थानीय उद्योगपति राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने दान में दी 1.65 एकड़ जमीन
मेयर श्री तिवारी ने कहा कि टाउन हॉल के लिए शहर में जमीन को लेकर सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी . शहर में जो भी सरकारी जमीन थी . पहले ही आवंटित हो चुकी थी. निजी जमीन की तलाश आरम्भ हुयी. सभी से अपील की गयी कि यदि कोई इस प्रोजेक्ट के लिए अपना जमीन दान में देना चाहते है या कोई बेचना भी चाहते है तो संपर्क करे.
ढ़ाई वर्षों की तलाश समाप्त हुयी. रानीगंज में टाऊन हॉल की स्थापना के लिए पिछले डेढ़ वर्षों से की जा रही जमीन की तलाश खत्म हो गयी. स्थानीय उद्योगपति श्री चौधरी ने मेयर श्री तिवारी द्वारा इस नेक कार्य के लिए की गयी अपील पर अपनी 1.65 एकड़ जमीन नगर निगम को दान में दी. जिसकी रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी होते ही निगम ने जमीन की ड्रेसिंग का कार्य आरंभ कर दिया.
मेयर श्री तिवारी ने कहा कि जल्द ही यहां निर्माण का कार्य आरंभ होगा. इसके लिए नक्शा तैयार किया जा रहा है. कार्य में यदि आवंटित की गयी राशि से अधिक पैसा लगता है तो भी उसका भुगतान किया जायेगा.
माकपा ने उपेक्षा की इस शहर की: मेयर श्री तिवारी ने कहा कि रानीगंज सबसे पुरानी नगर पालिका है. यहां सबसे ज्यादा समय तक माकपा ने राज किया. माकपा नेता हराधन राय सात बार यहां से विधायक और दो बार सांसद रह चुके है. बंशगोपाल चौधरी, विकास चौधरी आदि माकपा के नेता यह दो-दो बार सांसद रह चुके है. यहां की नगरपालिका पर सबसे अधिक समय तक माकपा ने शासन किया. इसके बावजूद भी यहां टाउन हॉल की जरूरत को किसी ने कभी महसूस नहीं किया.
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