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वेज बोर्ड में किसका कितना बढ़ेगा, हर ओर यही चर्चा

कागज-कलम लेकर सभी कर रहे अपनी-अपनी राशि का आकलन न्यूनतम बढ़ोतरी 5900 रुपये, अधिकतम बढ़ोतरी 22,000 रुपये आसनसोल : कोयला उद्योग के मजदूरों को दसवां वेतन समझौता में 20 फीसदी मिनिमम गारंटी बेनिफीट (एमजीबी) के साथ चार फीसदी विशेष भत्ता तथा तीन फीसदी सलाना इंक्रीमेंट का लाभ मिलेगा. जब से इन मुद्दों पर लगभग सहमति […]

कागज-कलम लेकर सभी कर रहे अपनी-अपनी राशि का आकलन
न्यूनतम बढ़ोतरी 5900 रुपये, अधिकतम बढ़ोतरी 22,000 रुपये
आसनसोल : कोयला उद्योग के मजदूरों को दसवां वेतन समझौता में 20 फीसदी मिनिमम गारंटी बेनिफीट (एमजीबी) के साथ चार फीसदी विशेष भत्ता तथा तीन फीसदी सलाना इंक्रीमेंट का लाभ मिलेगा. जब से इन मुद्दों पर लगभग सहमति बनी है, कोलकर्मी अपने वेज सहित अन्य भत्ताें में होनेवाली बढ़ोत्तरी का हिसाब-किताब करने में जुट गये हैं.
अभी कई भत्ताें पर बात है बाकी: वेतनमान समझौता -10 एमजीबी के साथ ही चार फीसदी विशेष भत्ता और तीन फीसदी इंक्रीमेंट के अलावा कोलकर्मियों के अन्य रई भत्ताें पर अभी सहमति बनना बाकी है. भूमिगत भत्ता जहां वेतन समझौता – नौ में 1964 रूपये था, वह इस बार बढ़ कर 2357 रूपये हो जायेगा. आवास भत्ता वेतन समझौता-नौ में 314.52 रूपये था, वह इस बार बढ़ कर 526 रूपये हो जायेगा.
आवास भाड़ा एक जुलाई, 2016 से नये बेसिक (मूल वेतन) पर दो फीसदी मिलेगा. साथ भी आवास भाड़ा को फ्रीज कर दिया जायेगा. कोल कर्मियों को जो चार फीसदी विशेष भत्ता मिलेगा, उसे भी एक जुलाई, 2016 के मूल वेतन में वृद्धि कर फ्रीज कर दिया जायेगा. इसके अलावा अभी यात्र भत्ता, यातायात भत्ता, साइकिल भत्ता, रात्रि भत्ता, ड्रेस भत्ता, धुलाई भत्ता सहित लाइफ कवर स्कीम की राशि में बढ़ोत्तरी होना है. अभी लाइफ कवर स्कीम (एलसीएस) में 1.12 लाख रूपये मिलता है. यह राशि किसी कर्मी के मरने के बाद तत्काल उसके श्रद्ध कर्म के लिए दी जाती है.
वेतन बढ़ोत्तरी को ऐसे समझे: इस बार वेतनमान समझौता दस में 20 फीसदी एमजीबी मिलने पर केटेगरी वन के मजदूर की कुल बढ़ोत्तरी 4899.13 रूपये होगी. चार फीसदी विशेष भत्ता बढ़ने पर न्यूनतम बढ़ोत्तरी 1051 और अधिकतम 3614 रूपये मिलेंगे.
इस प्रकार दोनों राशि 4899.13 रूपये और 1051 रूपये को जोड़ने पर न्यूनतम बढ़ोत्तरी 5322.50 रूपये की होगी. इसके साथ ही वेजबोर्ड-नौ की तरह तीन फीसदी सालाना इंक्रीमेंट मिलने पर 788.80 रूपये की और बढ़ोत्तरी होगी. इस प्रकार वेजबोर्ड-नौ की न्यूनतम बढ़ोत्तरी 4141 रूपये से इस बार 1800 रूपये की बढ़ोत्तरी अधिक होगी. वेजबोर्ड -10 के केटेगरी -वन के मजदूर को न्यूनतम बढ़ोत्तरी 5900 रूपये तथा अधिकतम बढ़ोत्तरी 22,000 रूपये तक जायेगी. दसवां वेतन समझौता में कोल इंडिया प्रबंधन ने पेंशन मद में 984 करोड़ रूपये तथा मेडिकेयर स्कीम में 164 करोड़ रूपये दिया है.
पहले क्या मिला था: वेजबोर्ड नौ में केटेगरी -वन के एक मजदूर के वेज में न्यूनतम बढ़ोत्तरी 3513 रूपये (27 फीसदी) हुयी थी. इसमें चार फीसदी विशेष भत्ता पर्क के नाम पर लिया गया था, जो न्यूनतम 628 रूपये तथा अधिकतम दो हजार रूपये था. इस प्रकार दोनों राशि 3513 तथा 628 रूपये को जोड़ने पर 4141 रूपये हुआ था. वेजबोर्ड -नौ में केटेगरी-वन में एक मजदूर के वेतन में न्यूनतम 4141 तथा अधिकतम 14,000 रूपये की बढ़ोत्तरी हुयी थी. साथ ही सलाना तीन फीसदी इंक्रीमेंट के रूप में न्यूनतम 471.33 रूपये भी मिला था. वेजबोर्ड – आठ में कुल बढ़ोत्तरी न्यूनतम 1808 रूपये (24 फीसदी) तथा वेजबोर्ड – सात में न्यूनतम बढ़ोत्तरी 1700 रूपये थी.
कोल इंडिया में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्कीम तैयार: कोल इंडिया ने अपने कर्मियों के लिए सेवानिवृत्ति स्कीम तैयार कर ली है. इसकी प्रति ट्रेड यूनियन नेताओ तथा सभी अनुशंगी कोयला कंपनियों को भेज दी गयी है.
इस पर उनसे विचार मांगे गये हैं. जानकारी के अनुसार स्टेच्यूरी पद वाले कर्मी इस स्कीम के तहत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले सकते हैं. यह स्कीम कोल इंडिया की सभी कंपनियों में लागू होगी. मालूम हो कि कोल इंडिया प्रबंधन ने जेबीसीसीआइ-10 की 28 जुलाई को हुयी बैठक में 37 भूमिगत खदानों को बंद करने और यहां के कर्मियों के लिए वीआरएस स्कीम का प्रस्ताव दिया था. इन खदानों से कोयला उत्पादन में भारी खर्च हो रहा है. प्रबंधन की रिपोर्ट के अनुसार 37 खदानों पर प्रबंधन को सलाना 422 करोड़ रूपये का घाटा हो रहा है. वीआरएस स्कीम भूमिगत खदानों के कर्मियों के लिए ही है.
इस स्कीम को बनाने के लिए इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (इसीएल) के कार्मिक निदेशक केएस पात्र की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गयी थी. इसमें एसइसीएल के कार्मिक निदेशक आरएस झा, एमसीएल के कार्मिक निदेशक एलएन मिश्र तथा कोल इंडिया के सीनियर मैनेजर वेद प्रकाश शामिल थे. रायपुर में कमेटी की बैठक में स्कीम तैयार की गयी है. इस स्कीम के लिए एक फॉर्मेट पर आवेदन कोलियरी में देना होगा. वहां से आवेदन क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से कंपनी मुख्यालय को भेजा जायेगा. कंपनी के कार्मिक निदेशक इस योजना के सक्षम अधिकारी होंगे. इस स्कीम के तहत आवेदन देने के बाद अगर किसी कर्मी की मौत हो जाती है तो उसके बदले किसा आश्रित को नियोजन न देकर प्रबंधन मुआवजा देगा. यह योजना एक साल तक प्रभावी रहेगी.
कोलियरी मजदूर सभा (एटक) के महासचिव, पूर्व सांसद सह जेबीसीसीआइ -10 सदस्य आरसी सिंह ने कहा कि कोयला कर्मियों के न्यूनतम वेतन (केटेगरी वन) वृद्धि 4899 रूपये तक होगी. बढ़े हुए बेसिक पर चार फीसदी स्पेशल एलाउंस अलग से होगा. यानी न्यूनतम एरियर एक लाख रूपये के आसपास होने की उम्मीद है. 10वां वेतन समझौता का सबसे बड़ा आकर्षण यह भी है कि पेंशन फंड में सात फीसदी अंशदान तथा पेस्ट रिटायरमेंट मेडिकल बेनेफिट के लिए भी कंपनी 0.6 फीसदी अंशदान देने जा रही है.
बीसीसीएल में सीएमडी पद पर योगदान देंगे अगले माह
लंबे समय से प्रारी सीएमडी से चल रही कंपनी को अगले माह स्थायी सीएमडी मिल जायेंगे. इसके लिए चयनित एके सिंह के योगदान के लिए निर्धारित सी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी है. लेकिन उनके जाने से इसीएल को अधिकारियों का संकट हो जायेगा.तकनीकी निदेशकों के दोनों पद खाली हो जायेंगे.
सांकतोड़िया. इस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड के तकनीकी निदेशक (योजना व परियोजना) अजय कुमार सिंह ारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) में चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक के पद पर अगले माह योगदान करेंगे. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विजिलेंस विाग ने उनके योगदान के लिए हरी झंड़ी दिखा दी है. सनद रहे कि उनके नाम की अनुशंसा इस पद के लिए सेलेक्शन बोर्ड ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज (एसबीपीइ) ने साक्षात्कार के बाद की थी.
सूत्रओं ने बताया कि विजिलेंस विाग से मंजूरी मिलने के बाद कोयला मंत्नी पियूष गोयल ने श्री सिंह को दिल्ली बुलाकर उनसे औपचारिक बातचीत की. योगदान के पहले नव चयनित सीएमडी के साथ संबंधित मंत्नी की बातचीत की परंपरा है. मंत्री श्री गोयल से बातचीत के दौरान श्री सिंह ने बीसीसीएल को घाटे से उबारने के लिए विािन्न मुद्दों पर बातचीत की. जिसमें कंपनी को कोल ब्लॉक आवंटित किये जाने की बात ी शामिल थी. मंत्री श्री गोयल ने कंपनी को घाटे से निकालने की दिशा में हर सांव मदद का आस्वासन दिया.
श्री सिंह अगले माह सीएमडी पद पर योगदान करेंगे. उनके योगदान करने के बाद ईसीएल में तकनीकी निदेशक के दोनों पद खाली हो जायेंगे. तकनीकी निदेशक (ऑपरेशन) बीएन शुक्ला पहले ही अपनी कार्यावधि पूरी कर चुके हैं. उन्हें कोयला मंत्नालय ने एक वर्ष के लिए सीएमपीडीआईएल (रांची) से ईसीएल में पदास्थापन पर ोजा था. उनका कार्यकाल 16 अगस्त को पूरा हो गया तथा उन्होंने 17 अगस्त को पुन: सीएमपीडीआईएल (रांची) में अपना कार्यार सांल लिया. प्रवंधन ने तकनीकी निदेशक (ऑपरेशन) की अतिरिक्त जिम्मेदारी ी तकनीकी निदेशक (योजना व परियोजना) श्री सिंह को दे रखी है.
आधिकारिक तौर पर इस संबंध में कोई टिप्पणी प्राप्त नहीं हुयी है. लेकिन जानकार सूत्रों का दावा है कि श्री सिंह के बीसीसीएल में योगदान करने के बाद तकनीकी निदेशक (योजना व परियोजना) का अतिरिक्त दायित्व कार्मिक निदेशक केएस पात्न को तथा तकनीकी निदेशक (संचालन) का अतिरिक्त दायित्व वित्त निदेशक एएम मराठे को मिलेगा.

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