जलपाईगुड़ी. जलपाईगुड़ी के गोरूमारा राष्ट्रीय उद्यान में दो गैंडे के कंकाल बरामद हुए हैं. वन विभाग ने मिट्टी के नीचे दबे कंकाल को बरामद किया है. दोनों ही कंकाल से सींग नदारद थे. माना जा रहा है कि शिकारी गैंडे की हत्या कर सींग ले गये होंगे और बाद में गैंडे के शव को मिट्टी के नीचे दबा दिया गया होगा.
वन विभाग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक कंकाल नर तथा दूसरा कंकाल मादा गैंडा के होने की संभावना है. हालांकि फॉरेंसिक जांच के बाद ही सही तथ्यों का पता चल सकेगा. असम के वन्य प्राणी विभाग ने यहां के वन्य प्राणी विभाग को कुछ तथ्य दिये थे. उसी तथ्य के आधार पर गोरूमारा राष्ट्रीय उद्यान के गराती इलाके में खुदाई की गयी और गैंडे के कंकाल को बरामद किया गया. वन विभाग का मानना है कि इसमें अंतरराज्यीय वन्य जीव तस्कर गिरोह के शिकारियों का हाथ हो सकता है. वन विभाग के कई कर्मचारी तथा अधिकारी भी विभाग के निशाने पर हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वन कर्मियों की लापरवाही से ही इतनी बड़ी घटना हुई है. दोषी कर्मचारियों तथा अधिकारियों के खिलाफ वन विभाग द्वारा कार्रवाई किये जाने की संभावना है.
इस मामले के सामने आने के बाद वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही पर्यावरण प्रेमी भी चिंतित हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि फरवरी के अंत में दोनों गैंडे की हत्या हुई होगी. ऐसे में वन विभाग को इसकी जानकारी अब तक क्यों नहीं मिली. शुक्रवार को घटनास्थल पर वन विभाग के साथ पुलिस की टीम भी जांच के लिए पहुंची. सुबह से ही गोरूमारा संलग्न राष्ट्रीय राजमार्ग एवं वनबस्तियों में तलाशी शुरू कर दी गयी है. पुलिस के कुत्ते को भी काम पर लगाया गया है. इसके अलावा पालतू हाथी की मदद से भी जंगल की तलाशी की जा रही है. वन विभाग तथा पुलिस ने इस काम के लिए एक स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप भी बनाया है. पूछताछ के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है. वन विभाग सूत्रों का कहना है कि बगैर स्थानीय मदद से तस्कर यहां गैंडे को नहीं मार सकते.