सलकिया के बाबूडांगा की घटना
हावड़ा. हाथों से मेंहदी का रंग अभी छूटा भी नहीं था कि सुहाग उजड़ गया. बहुभात के एक दिन पहले ही पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना सलकिया स्थित बाबूडांगा इलाके की है. छह माह पहले हुगली के चुचुड़ा की रहनेवाली अनामिका मंडल की शादी सलकिया निवासी चंद्रशेखर नंदी से तय हुई. शादी की तारीख आठ फरवरी तय हुई. अनामिका और चंद्रशेखर एक-दूसरे से बातचीत करने लगे. कभी-कभार मिल भी लेते. सब कुछ ठीक चल रहा था. आठ फरवरी को चंद्रशेखर बारात लेकर चुचुड़ा पहुंचा. दोनों की शादी हो गयी.
गुरुवार को अनामिका ससुराल आयी. 10 फरवरी को शीतला मां की स्नान यात्रा थी. इसलिए बहुभात के लिए रविवार का दिन चुना गया. 250 लोग आमंत्रित किये गये. चंद्रशेखर की बड़ी बहन गौरी ने बताया कि शनिवार को वह बहुत खुश था. रात में हम बहनों के साथ खाना खाया. इसके बाद बहुभात की तैयारी का जायजा लिया. फिर रात 12 बजे कमरे में सोने चला गया. बंद कमरे में दंपती के बीच ना जाने क्या बात हुई, इसका अब तक खुलासा नहीं हो सका. लेकिन दोनों के बीच किसी बात पर बहस हुई थी. इसके बाद अनामिका सो गयी. आधी रात में नींद खुली तो देखा कि पति कमरे में नहीं है. वह दरवाजा खोलने गयी लेकिन वह बाहर से बंद था. उसने घर के लोगों को आवाज लगायी. घरवालों ने जब दरवाजा खोला तो उसने चंद्रशेखर के गायब होने की बात बतायी. इसके बाद सभी चंद्रशेखर की तलाश करने लगे. चंद्रशेखर का शव उस जगह पर फंदे से लटकता मिला, जहां भोज होने वाला था. आखिर चंद्रशेखर ने आत्महत्या क्यों की यह रहस्य बना हुआ है. अनामिका के पिता महेंद्र नाथ मंडल ने कहा कि उनकी बेटी ने बताया कि वह किसी रोग से पीड़ित था. इस बात पर दोनों के बीच बातचीत हुई थी, लेकिन झगड़ा नहीं हुआ था.