उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की नोटबंदी के फैसले के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया था. आम नागरिक जहां अपने पुराने नोट को बदलने व अपने बैंक खाते में जमा कराने के लिये परेशान थे, वहीं दूसरी ओर अपराध जगत से जुड़े कुछ लोग औरों को लूटने में लगे थे. इसी बीच सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट की माटीगाड़ा थाने की पुलिस ने करीब एक महीने पहले चार लोगों को ढ़ाई लाख रूपये के साथ गिरफ्तार किया था. घटना के दिन मलय राय सहित अन्य आरोपी एक बोलेरो गाड़ी लेकर किशनगंज से सिलीगुड़ी की तरफ आ रहे थे. मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली. पांच सौ और एक हजार के पुराने नोट रद्द किये जाने के बाद उस गाड़ी से ढाई लाख रूपये के रद्द नोट मिले थे. उस घटना में गिरफ्तार मलय राय ने पुलिस के सामने खुद की सीबीआई अधिकारी बताया था. उसके पास से पुलिस को सीबीआई की एक पहचान पत्र भी बरामद की थी.
बाद में सीबीआई मुख्यालय ने उस पहचान पत्र को फरजी बताया. अदालत ने सभी आरोपियों को जमानत दे दी थी. उसी मामले में मलय राय को मंगलवार को सिलीगुड़ी जिला अदालत में हाजिर होना था. मलय राय मूल रूप से कोलकाता का निवासी था. सोमवार की रात कोलकाता के सियालदह रेलवे स्टेशन से न्यू जलपाईगुड़ी के लिये वह दार्जिलिंग मेल ट्रेन के एसी कोच में सवार हुआ. न्यू जलपाईगुड़ी जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार किशनगंज के बाद उसकी हालत अचानक बिगड़ गयी. उसने सीने में अचानक दर्द होने की शिकायत की. न्यू जलपाइगुड़ी स्टेशन में उतरने के साथ ही उसकी मौत हो गयी. जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज कर संबंधित विभागों को जानकारी दे दी है. साथ ही मृतक के परिवार वालों को इतल्ला कर दिया गया है.