कोलकाता: भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी का कहना है कि आंध्र प्रदेश को बांटने का फैसला पूरी तरह प्रशासनिक है. इसमें भारतीयता का मुद्दा नहीं. एमसीसीआइ की ओर से आयोजित परिचर्चा में पहुंचीं मीनाक्षी लेखी ने कहा कि तेलंगाना की मांग लंबे अरसे से थी. उन्होंने कहा कि आंध्र की जीडीपी में अधिकांश योगदान वहीं के हिस्से से आता था, लेकिन उसे अरसे से वंचित रखा गया था.
तुंगभद्रा नदी वहीं से जाती है, लेकिन इलाके में सूखे की स्थिति है. तेलंगाना के सात जिले अति पिछड़े हैं. लिहाजा प्रशासनिक दृष्टिकोण से इसे बांटने का फैसला सही था. हालांकि इसकी तुलना गोरखालैंड की मांग से नहीं की जा सकती. स्टेट रिऑर्गनाइजेशनल कमेटी बैठक करके इस बाबत सभी हिस्सेदारों से बात करती है.
मीनाक्षी लेखी ने यह भी कहा कि चुनावों में क्षेत्रीय पार्टियों के बदले राष्ट्रीय बड़ी पार्टियों को वोट दिया जाना चाहिए. क्षेत्रीय पार्टियों को वोट देने का मतलब केंद्र की उस पार्टी को वोट देना, जिसने 60 वर्षो में देश के लिए कुछ नहीं किया है. अरविंद केजरीवाल द्वारा गैस की कीमतों का मुद्दा उठाये जाने के संबंध में उनका कहना था कि सबसे पहले यह मुद्दा यशवंत सिन्हा ने उठाया था. संसदीय कमेटी के सामने यह मामला श्री सिन्हा व प्रकाश जावड़ेकर ने रखा था. केजरीवाल केवल प्रचार के लिए यह सब-कुछ कर रहे हैं.
उन्हें पता होना चाहिए कि इससे संबंधित मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. भाजपा पर चुनावी अभियान के लिए 400 करोड़ रुपये खर्च करने के आरोप के संबंध में उनका कहना था कि इसका कभी किसी ने कोई प्रमाण नहीं दिया. यह कुछ अखबारों में प्लांटेड स्टोरी करायी गयी. भाजपा ने जनता के पैसे से ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है