कोलकाता: आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है कि देश को उद्योगपतियों का एक क्लब चला रहा है. आप के झाड़ू चलाओ यात्र का उदघाटन करने महानगर आयीं आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की सदस्य शाजिया इल्मी ने दावा किया कि जैसे ही दिल्ली की आप सरकार ने मुकेश अंबानी के खिलाफ केस दायर करने का एलान किया.
उद्योगपतियों के इस क्लब ने अरविंद केजरीवाल की सरकार को गिरा देने का फरमान जारी कर दिया. पार्क स्ट्रीट एलन पार्क से शुरू हुए झाड़ू चलाओ यात्र में शामिल हुईं शाजिया ने आरोप लगाया कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही उद्योगपतियों की दास बनी हुई हैं.
देश को लूट रहे उद्योगपतियों के फरमान पर ही भाजपा और कांग्रेस ने दिल्ली में आप की सरकार को गिराने के लिए आपस में हाथ मिला लिया. उन्होंने इलजाम लगाया कि कुछ उद्योगपति दोनों हाथ से देश की प्राकृतिक संपदा को लूट रहे हैं और भाजपा व कांग्रेस इस काम में उनकी मदद कर रही हैं. अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे का बचाव करते हुए शाजिया ने कहा कि हमने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जनलोकपाल बिल लाने का वादा किया था, ऐसे में जब कांग्रेस और भाजपा ने बिल ही सदन में पेश करने नहीं दिया तो केजरीवाल के पास इस्तीफा देने के अलावा कोई चारा नहीं था.
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि किये गये वादों के बोझ से बचने के लिए ही केजरीवाल ने इस्तीफा दिया है. शाजिया ने दावा किया कि जिनके सिंहासन हिलने लगे हैं, वही इस प्रकार के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि केजरीवाल के इस्तीफा से आम आदमी पार्टी के प्रति लोगों का समर्थन बढ़ा है. लोगों को यह पता है कि कांग्रेस और भाजपा के कारण हमें सरकार छोड़ कर हट जाना पड़ा. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार व भ्रष्ट राजनीतिक दलों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी. शाजिया के अनुसार हमारी लड़ाई मोदी, राहुल, ममता जैसे व्यक्ति विशेष से नहीं है. हमारी लड़ाई आम आदमी के हित की लड़ाई है.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में आप के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में होगा, पर हम लोग चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चुनाव लड़ी जाये. वैसे आप लोकसभा चुनाव में किसी के साथ हाथ नहीं मिलायेगी. बंगाल के राजनीतिक दलों के प्रति नरम रुख दिखाते हुए शाजिया ने कहा कि यहां के राजनीतिक दलों में अन्य राज्यों की तुलना में करोड़पति नेताओं की संख्या काफी कम है एवं यहां भ्रष्टाचार के मामले भी कम ही प्रकाश में आते हैं. हम लोग एक बेहतर मकसद के लिए लड़ रहे हैं, इसलिए जो भी दल व नेता हमारे इस आंदोलन से सहमत हैं, उन्हें चाहिए कि हमसे हाथ मिलायें.