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मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड की पीड़िता के पिता ने कहा सुरक्षा के अभाव में छोड़ रहे हैं बंगाल

कोलकाता: मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड की पीड़िता के पिता ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा के अभाव में ही उन्होंने बंगाल छोड़ने का फैसला लिया है. यहां उनकी जान को खतरा है. बिहार में रहकर वह अपनी बेटी के दुष्कर्मियों और हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने की लड़ाई लड़ेंगे. जैसी घटना मेरी बेटी के […]

कोलकाता: मध्यमग्राम दुष्कर्म कांड की पीड़िता के पिता ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा के अभाव में ही उन्होंने बंगाल छोड़ने का फैसला लिया है. यहां उनकी जान को खतरा है.

बिहार में रहकर वह अपनी बेटी के दुष्कर्मियों और हत्यारों को फांसी के फंदे तक पहुंचाने की लड़ाई लड़ेंगे. जैसी घटना मेरी बेटी के साथ हुई, वैसी घटना किसी राज्य में नहीं घटी है. पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर मंगलवार को कोलकाता लौटने के बाद पीड़िता के पिता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उन्हें इंसाफ नहीं मिला है.

पुलिस की भूमिका पर सवाल
दो बार सामूहिक दुष्कर्म और फिर जला कर मार डाली गयी समस्तीपुर की मूल निवासी नाबालिग लड़की के पिता ने कहा कि बिहार सरकार ने उनके दुख को समझ कर उनका सहयोग किया है. चार-चार बार घटना हुई. दो बार बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ. फिर जला कर उसकी हत्या कर दी गयी. पुलिस ने उनकी बेटी के शव को छीन कर जलाने का प्रयास किया. यही नहीं, पुलिस ने उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी दी. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने उनके साथ दो घंटे तक बातचीत की. पूरी घटना को विस्तार से सुना. पूरा वाकया सुनने के बाद उन्होंने बिहार सरकार का पूरा सहयोग हमारी तरफ बढ़ा दिया. श्री नीतीश कुमार ने रोजी-रोटी के लिए उन्हें बिहार पुलिस में ड्राइवर की नौकरी देने की घोषणा की है.

बिहार से मिली है मदद
इसके साथ ही बेटी का मामला लड़ने में बिहार सरकार की ओर से पूरी मदद करने का आश्वासन दिया गया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर सरकार का कोई भी नुमाइंदा पिछले तीन महीने में उनसे मिलने के लिए नहीं आया.

परिवार कैसे रह रहा है, क्या खा रहा है. इसकी सुध लेने की कोई इच्छा नहीं दिखायी. राज्य सरकार ने परिवार को सुरक्षा प्रदान नहीं की. पुलिस के सामने उन्हें गोली व बम मारने की धमकी मिली. उनकी बेटी के शव को पुलिस ने आखिर में किसके निर्देश पर छीन कर जबरन जलाने का प्रयास किया?

उन्होंने कहा कि वह बिहार में भी रह कर बेटी के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने के लिए मुकदमा लड़ेंगे. मामला कहीं भी रह कर लड़ा जा सकता है. उन्होंने घटना की सीबीआइ जांच की मांग की. दोपहर दो बजे वह पटना से जनशतब्दी एक्सप्रेस से कोलकाता लौटे. गौरतलब है कि पीड़िता के माता-पिता ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी.

राज्य सरकार की सुरक्षा पर भरोसा नहीं
पीड़िता के पिता ने कहा कि राज्य सरकार की सुरक्षा पर उनका कोई भरोसा नहीं है. वह टैक्सी चलाते हैं, उनकी कभी भी हत्या हो सकती है. उनकी हत्या करने के बाद घटना को सड़क हादसा बता दिया जायेगा. कोलकाता हाइकोर्ट के निर्देश पर अभी राज्य सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराया है, लेकिन सुरक्षा में रह कर वह यहां कैसे टैक्सी चलायेंगे. उन्होंने ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष में रहने के दौरान वह काफी हंगामा करती थीं, अभी सरकार में रहने के दौरान उन्हें कुछ दिखायी नहीं पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जान माल के खतरे को देखते हुए उन्होंने बिहार में ही रहने का निर्णय लिया है.

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