– अमर शक्ति –
– सूचना मिलने के 10 मिनट के अंदर हाजिर होगी पुलिस
– महानगर सहित आस-पास के 40 शहरों में बढ़ायी जायेगी सीसीटीवी की संख्या
– कोलकाता पुलिस के अंतर्गत 65 थाना क्षेत्र में लगे हैं 450 कैमरे
– सुरक्षा व्यवस्था के लिए अनुभवी व दक्ष संस्था से इसी महीने होगा समझौता
कोलकाता : वैसे तो कहावत है कि पुलिस हमेशा ही घटना के बाद पहुंचती है. सब कुछ खत्म हो जाता है तो पुलिस सिर्फ कार्रवाई करने के नाम पर घटना स्थल पर जाती है. पुलिस की इस छवि को सुधारने के लिए अब तृणमूल सरकार ने नयी पहल शुरू करने का फैसला किया है.
कोलकाता व इसके आस-पास जिलों में स्थित करीब 40 शहरों में 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखने के लिए राज्य सरकार ने सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है. इसके साथ ही प्रत्येक थाने में मॉनिटरिंग केंद्र बनाया जायेगा, जिससे कहीं भी अगर कोई समस्या होती है तो पुलिस को वहां जल्द से जल्द भेजा सके.
इस संबंध में राज्य के गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने बताया कि राज्य सरकार ने पुलिस व्यवस्था को इस प्रकार से सजाने का फैसला किया है, जिससे घटना की खबर मिलते ही 10 मिनट के अंदर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच जाये.
महानगर व आस-पास के जिलों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार ने इसी महीने एक अनुभवी व दक्ष संस्था के साथ समझौता करने का फैसला किया है, जो सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रिपोर्ट पेश करेगी.
इसके बाद राज्य सरकार इसका प्रस्ताव बना कर केंद्र सरकार को सौंपेगी, केंद्र सरकार द्वारा योजना को आर्थिक मंजूरी दिये जाने के बाद इस पर कार्य शुरू होगा.
गौरतलब है कि कोलकाता के आस-पास के जिले हावड़ा व उत्तर 24 परगना जिले में भी कमिश्नरेट बने हुए हैं, लेकिन अभी भी इन जिलों के कई थाने राज्य पुलिस के अधीन हैं. हावड़ा, विधाननगर व बैरकपुर कमिश्नेट क्षेत्र में पहले से ही कैमरे लगाये गये हैं, लेकिन इनकी संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है.
इन क्षेत्रों में स्थित सभी बड़े रास्ते व चौराहे पर सीसीटीवी लगाये जायेंगे, इसके साथ ही कैमरों पर नजर रखने के लिए एक सेंट्रल मॉनिटरिंग केंद्र बनाने पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है.
गृह सचिव ने बताया कि नये जो कैमरे लगाये जायेंगे, वह अत्याधुनिक पद्धति से बने होंगे. अगर किसी संदेह जनक वाहन या गतिविधि उनके सामने आयेगी तो वह स्वत: कंट्रोल रूम को इसका इंडिकेशन देगी, इससे उस वाहन को पकड़ने में काफी आसानी होगी. कोलकाता पुलिस के 65 थानों के अंतर्गत अभी फिलहाल 450 कैमरे लगाये गये हैं, इनकी संख्या को बढ़ा कर 1000 करने का लक्ष्य रखा गया है.