पानागढ़/दुर्गापुर : आर्मी में विभिन्न पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी मेडिकल कराने के आरोप में बुदबुद थाना पुलिस ने घटना में शामिल तीन और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.मामले में अब तक चार को गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन अब भी चार फरार बताए जा रहे हैं. गिरफ्तार दो आरोपी जीआरपी कांस्टेबल बताये गये हैं. इनके नाम प्रदीप दास तथा एम मंडल हैं.
प्रदीप दुर्गापुर कोकओवेन थाना के श्यामपुर गांव का निवासी है जबकि मातेक बरजोड़ा निवासी बताया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में कुणाल सरकार इनका रिश्तेदार है, जो कि बरजोड़ा में सिविल पुलिस पद पर कार्यरत है. यहीं के हाथसुरी ग्राम निवासी प्रणव सरकार को घटना वाले दिन ही ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया था. प्रणव की गिरफ्तारी के बाद ही उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
घटना के संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक एसएचएम मिर्जा ने बताया कि पिछले गुरुवार को दोनों जीआरपी कांस्टेबल व उनके छह साथियों ने 10 बेरोजगार युवकों से मोटी रकम लेकर आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर पानागढ सेना छावनी के पीछे संलग्न रनडिहा गांव में फर्जी मेडिकल टेस्ट व फिजिकल टेस्ट कराया था.
ये किराये पर ट्रेकर लेकर बरजोड़ा पुलिस का स्टीकर लगाकर आर्मी अफसर, चिकित्सक, कैमरामैन आदि बनकर पहुंचे. युवकों का मेडिकल व फिजिकल टेस्ट लिया गया. लौटते समय स्थानीय रघुनाथपुर के ग्रामीणों को इन पर जब संदेह हुआ तो उन्होंने वाहन समेत प्रणव सरकार को पकड़ कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया. प्रणव से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि ये आर्मी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों से ठगी कर रहे थे.
बुदबुद थाना पुलिस ने कल रात छापामारी कर दोनो जीआरपी कांस्टेबल समेत कुल तीन को गिरफ्तार किया. इनके विरुद्ध आईपीसी धारा के तहत 9/14, अंडर सेक्शन 419/ 420/120 भी मामला दायर किया गया है.
शनिवार को इन्हें दुर्गापुर महकमा कोर्ट में पेश किया गया. जहां अदालत ने आरोपियों को सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगायेगी. बुदबुद पुलिस ने आरोपियों के पास से बड़जोड़ा थाना में चलने वाले एक ट्रेकर भी बरामद किया है.