कोलकाता : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि सेवाकर की चोरी करने वालों के लिये बचने का कोई रास्ता नहीं है और चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी और मुकदमा समेत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सेवाकर नहीं देने वालों के लिये सरकार की छूट पेशकश स्वैच्छिक अनुपालन प्रोत्साहन योजना (वीसीईएस) पर जागरुकता शिविर में चिदंबरम ने कहा, ‘‘देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सेवा क्षेत्र का योगदान 55 प्रतिशत है. ऐसे में इस क्षेत्र के कर नहीं देने का कोई कारण नहीं है. सेवाओं पर निश्चित रुप से कर लगना चाहिए.’’
उन्होंने कहा कि 17 लाख सेवाकरदाता पंजीकृत है. ‘‘यह आंकड़ा अच्छा है लेकिन उनमें से केवल 7 लाख ही सेवा कर देते हैं. शेष कर देना भूल गये हैं. कुछ कर जमा नहीं कर रहे हैं या कर देना छोड़ दिया है.’’ चिदंबरम ने कहा कि शेष 10 लाख तक पहुंचने की जरुरत है.
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘कुछ को यह लग सकता है कि वे इससे बच सकते हैं. लेकिन प्रौद्योगिकी की मदद से कर की चोरी करने वाला कोई भी राजस्व विभाग की जांच के घेरे में आ सकता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में हमारे पास ऐसे लोगों के बारे में जानकारी है..सरकार के पास बार-बार इस तरह की हरकत करने वालों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने का विकल्प है.’’ उन्होंने कहा कि देश में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
चिदंबरम ने कहा कि जिन क्षेत्रों ने सेवा कर का संग्रह किया और उसे सरकार के पास जमा नहीं कराया, उसमें निर्माण, कूरियर, दूरसंचार तथा सुरक्षा सेवा शामिल हैं. उन्होंने इन क्षेत्रों में काम कर रहे व्यापारियों और अन्यों से वीसीईएस योजना का लाभ उठाते हुये साफ सुथरा होने को कहा.