कोलकाता: राज्य के चाय बागानों को खस्ताहाल होने से बचाने के लिए तृणमूल सरकार टी-टूरिज्म पॉलिसी बना रही है. बहुत जल्द इसकी घोषणा की जायेगी. यह जानकारी शुक्रवार को राज्य के उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव ने राइटर्स बिल्डिंग में दी.
उन्होंने बताया कि राज्य के सभी बंद चाय बागानों में फिर से उत्पादन शुरू करना लक्ष्य है. इसे लेकर कुछ दिन पहले राज्य के श्रम मंत्री पुर्णेदु बसु, खाद्य मंत्री ज्योति प्रिय मल्लिक के साथ उन्होंने वहां के स्थानीय चाय बागान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी. बैठक में चाय बागानों में कार्य करनेवाले श्रमिकों के आर्थिक व सामाजिक विकास पर जोर देने का लक्ष्य रखा गया है. राज्य सरकार की ओर से नयी टी-टूरिज्म पॉलिसी बनायी जा रही है. इसके तहत चाय बागानों में पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने बताया कि उत्तर बंगाल के चाय बागानों के प्रबंधकों के बंगले को इको-टूरिज्म के नाम पर किराये पर दिया जा रहा है. इसके लिए कोई लाइसेंस नहीं लिया गया है. अवैध तरीके से ये बंगले किराये पर दिये जा रहे हैं. इससे राज्य सरकार के राजस्व को नुकसान हो रहा है. इसके खिलाफ राज्य सरकार की ओर से कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने साफ कर दिया कि प्रबंधकों के लिए बने बंगले किराये पर नहीं दिया जा सकते हैं. इसके लिए राज्य सरकार से अनुमति लेनी होगी.