कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने आज कहा कि उनकी पार्टी भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 का समर्थन नहीं करती क्योंकि अभी कई मुद्दों पर विचार विमर्श की जरूरत है. पश्चिम बंगाल के उद्योग मंत्री चटर्जी ने मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को स्वीकार नहीं करते. कई मुद्दे ऐसे हैं जिन पर अभी विचार विमर्श की जरुरत है. जयराम रमेश शायद आम आदमी की चिंताओं को संतुष्ट किए बिना किसी खास को संतुष्ट करने की हड़बड़ी में हैं.’’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस किसी भी प्रकार के जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ रही है, भले ही यह 80:20 के अनुपात में हो या अन्य किसी अनुपात में हो.
उन्होंने कहा, ‘‘हम 70 प्रतिशत जनसंख्या के अधिकारों को अनदेखा नहीं कर सकते जो खेती पर आधारित है.’’ चटर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी सेज नीति के भी खिलाफ थी. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि हम इंफोसिस से बात कर रहे हैं और मुङो विश्वास है कि हम उन्हें यहां लाने में कामयाब होंगे.’’ उन्होंने राज्य के हालात का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘बंगाल में समस्या जमीन की नहीं बल्कि बुनियादी संरचना की है. हम बंद कारखानों की जमीन का इस्तेमाल कर सकते हैं. हमारे पास बंद उद्योगों की 20,000 एकड़ से ज्यादा जमीन है.’’