कोलकाता: आर्थिक तंगी से जूझ रही राज्य सरकार को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग से बेहतर कोई विकल्प नहीं दिख रहा है. यही कारण है कि सत्ता में आने के बाद से ही राज्य सरकार ने आबकारी विभाग की आमदनी बढ़ाने पर विशेष जोर दिया है और इसका फायदा भी राज्य सरकार को हुआ है.
अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए राज्य सरकार फिर शराबियों पर मेहरबान होने जा रही है. राज्य सरकार ने अब बोतल के साथ टेट्रा पैक में देसी शराब को लांच करने का फैसला किया है. उम्मीद है कि इससे राज्य सरकार को दोहरा फायदा होगा.
पहला तो राज्य सरकार की आमदनी में वृद्धि होगी और साथ ही अवैध शराब के कारोबार को रोकने में भी काफी मदद मिलेगी. आमतौर पर देसी शराब की बोतल की कीमत 60 रुपये है. राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आमदनी कम है, इसलिए 60 रुपये की बोतल खरीदने की भी उनकी औकात नहीं है. इसलिए ग्रामीण सस्ती अवैध शराब की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं. लेकिन इस लालच में उन्हें अपने जीवन से हाथ भी धोना पड़ता है.
दक्षिण 24 परगना जिले के संग्रामपुर में नशीली शराब पीने के कारण करीब 200 लोगों की मौत हो गयी थी. इस घटना ने पूरे विश्व में पश्चिम बंगाल को शर्मसार किया था.
इसके बाद से राज्य सरकार ने अवैध शराब को रोकने के लिए कई अभियान चलाये, लेकिन इसमें पूरी सफलता नहीं मिल पायी. कारण यह है कि लोग नशे के साथ-साथ खर्च का भी ध्यान रखते हैं. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने अब टेट्रा पैक में देसी शराब को परोसने का फैसला किया है. इससे लोगों को कम कीमत पर शराब मुहैया हो पायेगी. इससे राज्य सरकार की आमदनी भी बढ़ेगी और साथ ही अवैध शराब का कारोबार भी बंद होगा.