कोलकाता: दक्षिण कोलकाता की संसदीय सीट अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को दी जा सकती है. यानी अभिषेक को यहां से तृणमूल कांग्रेस अपना उम्मीदवार बना सकती है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुश्री बनर्जी के भतीजे और ‘युवा’ के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी को उक्त सीट से मौजूदा सांसद सुब्रत बक्शी की जगह उम्मीदवार बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी के सामने सुब्रत बक्शी को लेकर दो विकल्प है. एक विकल्प के तहत सुब्रत बक्शी को यादवपुर लोकसभा सीट से बागी सांसद कबीर सुमन की जगह उम्मीदवार बनाया जा सकता है. दूसरे विकल्प के तहत राशबिहारी विधानसभा सीट से विधायक शोभनदेव चट्टोपाध्याय को यादवपुर की सीट की उम्मीदवारी दी जा सकती है और सुब्रत बक्शी को राशबिहारी सीट से विधानसभा उपचुनाव कराकर विधायक बनाकर 2014 के मध्य में मुख्यमंत्री उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल कर सकती हैं. एक तृणमूल नेता के मुताबिक दक्षिण कोलकाता संसदीय सीट मुख्यमंत्री के हाथों में हैं. वह किसी को भी वहां से यदि खड़ा करती हैं तो उसकी जीत निश्चित है.
हालांकि ममता बनर्जी के लिए अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची बनाना केवल दो सीटों का मामला नहीं है. उन्हें पिछले पांच वर्षो में सांसदों का प्रदर्शन, पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत, सांसदों की दल के भीतर आंतरिक लड़ाई, इन सभी कुछ मुद्दों पर उन्हें विचार करना होगा. इसके बाद ही वह फैसला ले सकेंगी कि मौजदा सांसदों को टिकट दिया जाये या किसी और को. बारासात सीट से समीर चक्रवर्ती को उम्मीदवार बनाने के संबंध में पार्टी के गलियारों में चर्चा है. इस सीट से वर्तमान में काकोली घोष दस्तिदार सांसद हैं. सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या काकोली घोष दस्तिदार को बैरकपुर संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया जाये.
ऐसी स्थिति में वहां से मौजूदा सांसद और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को कहां से उम्मीदवार बनाया जाये इसपर सुश्री बनर्जी को विचार करना होगा. सूत्रों के मुताबिक बनगांव के सांसद गोविंद नस्कर, कृष्णनगर के सांसद तापस पाल, राणाघाट के सांसद सुचारू हालदार और बोलपुर की सांसद शताब्दी राय को इस बार टिकट मिलने में दिक्कत आ सकती है. डायमंड हार्बर से सांसद सोमेन मित्र का मामला तो पार्टी में गहन विचार करने का मुद्दा है.