कोलकाता: राइटर्स बिल्डिंग में नवीकरण प्रक्रिया के दौरान यहां सोलर पैनल भी लगाये जायेंगे. राइटर्स की छत पर सोलर पैनल लगाये जायेंगे और यहां के उत्पादित सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर बिजली की खपत कम की जायेगी. यह जानकारी सौर ऊर्जा विशेषज्ञ डॉ शांतिपद गणचौधरी ने दी.
उन्होंने बताया कि राइटर्स की छत पर दक्षिण में सामने की ओर सोलर पैनल लगाये जायेंगे, ताकि दिन में सूर्य की रोशनी पड़ती रहे. सूर्य की किरणों का सही इस्तेमाल करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किये गये ग्लास पैनल व फोटो वोल्टैक सेल (बीआइपीवी सोलर पैनल) लगाये जायेंगे. बीआइपीवी सोलर पैनल का इस्तेमाल करने पर इससे प्रकाश अंदर की ओर प्रवेश करता है. साथ ही यह गरमी को दूर रखता है और कमरा ठंडा रहता है. इससे एयर कंडिशनर का प्रयोग भी कम होगा. उन्होंने बताया कि जर्मनी, इंग्लैंड सहित कई देशों के ऐतिहासिक भवनों में इस प्रकार की तकनीक का इस्तेमाल होता है, जिससे बिजली का खर्च कम होता है. इस प्रकार के ऐतिहासिक भवनों को हेरिटेज बिल्डिंग से ग्रीन बिल्डिंग के रूप में बदलने के लिए अंतरराष्ट्रीय फंड भी उपलब्ध है.
इस संबंध में केंद्र सरकार के पास भी एक प्रावधान है, जिसके तहत हेरिटेज बिल्डिंग की सोलर बिल्डिंग के रूप में नवीकरण किया जा सकता है. अगर केंद्र सरकार चाहे, तो इस नियम के तहत हेरिटेज बिल्डिंग का विकास कर सकती है. उन्होंने कहा कि हमारे राइटर्स बिल्डिंग का नवीकरण किया जा रहा है, तो ऐसी परिस्थिति में ऊर्जा की बचत पर जोर देना होगा. इसलिए राइटर्स बिल्डिंग की छत पर सोलर पैनल लगाना बहुत जरूरी है. राइटर्स बिल्डिंग का एनर्जी न्यूट्रल बिल्डिंग के रूप में विकास किया जायेगा.