कोलकाता: पंचायत चुनाव में मिली जीत के बाद अब तृणमूल कांग्रेस ने ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद के गठन को लेकर कवायद शुरू कर दी है. किस उम्मीदवार को ग्राम पंचायत या पंचायत समिति का प्रधान बनाया जायेगा, इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस के आला नेता जिलों के दौरे पर हैं और सभी जिलों में जाकर विजयी उम्मीदवारों के साथ बैठक कर रहे हैं, लेकिन जिला परिषद के अध्यक्ष का चयन करने का जिम्मा मुख्यमंत्री ने किसी को नहीं सौंपा है. उन्होंने खुद जिला परिषद के अध्यक्षों का चयन करने का फैसला किया है.
सोमवार से शुरू दो दिवसीय बैठक में मुख्यमंत्री राज्य के सभी जिलों में जिला परिषद के पद पर विजयी 530 सदस्यों के साथ बैठक करेंगी. इस पहली बैठक सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में टाउन हॉल में हुई, जिसमें मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों में जिला परिषद के पद पर विजयी सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने चार उन जिलों के जिला परिषद के सदस्यों के साथ बैठक की, जहां तृणमूल कांग्रेस को बहुमत नहीं मिला है. इन जिलों में विरोधी दल के नेता का चयन भी मुख्यमंत्री करेंगी. गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के 17 जिलों में हुए पंचायत चुनाव में से 13 जिलों में बहुमत हासिल किया है. इन 13 जिलों में जिला परिषद का अध्यक्ष कौन होगा, इसका चयन करने से पहले मुख्यमंत्री सभी सदस्यों से एक बार मिलना चाहती थीं.
गौरतलब है कि इन 13 जिलों में से सात जिलों में पुरुष व छह जिलों में महिला सदस्य को जिला परिषद का अध्यक्ष बनाया जायेगा. सोमवार को हुई इस बैठक के प्रथम चरण में मुख्यमंत्री ने मुर्शिदाबाद सहित उत्तर बंगाल के जिलों कूचबिहार, दक्षिण दिनाजपुर, उत्तर दिनाजपुर व जलपाईगुड़ी के जिला परिषद के सदस्यों के साथ बैठक की, इनमें कूचबिहार व दक्षिण दिनाजपुर में तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है.
मुख्यमंत्री ने सोमवार को इन आठ जिलों के जिला परिषद के अध्यक्षों के नाम का चयन किया. बाकी जिलों में विरोधी दल के नेता को लेकर चर्चा की गयी. बैठक के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री ने बर्दवान, वीरभूम, हावड़ा, हुगली, बांकुड़ा व पुरुलिया के जिला परिषद के सदस्यों के साथ बैठक की. मंगलवार को होनेवाली बैठक में मुख्यमंत्री पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना व नदिया के विजयी जिला परिषद के सदस्यों के साथ बैठक करेंगी.