फालाकाटा : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज आरोप लगाया कि क्षेत्र पर वर्चस्व के लिए कांग्रेस और माकपा की साठगांठ के चलते राज्य में पंचायत चुनाव के चौथे चरण में हिंसा हुई और कहा कि उन्हें ‘‘भयावह’’ समय का सामना करना पड़ेगा.
ममता ने जलपाईगुड़ी जिले में एक पंचायत चुनाव की सभा में कहा, ‘‘बम और बंदूक का उपयोग कर जो क्षेत्रीय वर्चस्व के लिए लड़ रहे हैं उन्हें जानना चाहिए कि आगे उनके लिए भयावह समय है. कानून उन्हें नहीं बख्शेगा. बमों के साथ उकसावा देने वाले नेताओं को याद रखना चाहिए कि बंगाल में बदमाशों के लिए कोई जगह नहीं है.’’तृणमूल नेता ने दावा किया कि पंचायत चुनाव के पहले तीन चरणों में कोई हिंसा नहीं थी. इन चरणों में दक्षिण बंगाल के नौ जिलों में चुनाव हुए जिन्हें तृणमूल कांग्रस का गढ़ माना जाता है.
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव के पहले तीन चरणों में गोलीबारी और बमबारी नहीं थी और मतदान शांतिपूर्ण तरीके से हुए.’’ चौथे चरण के चुनाव में माल्दा, मुर्शिदाबाद, बीरभूम और नदिया जिलों में कल व्यापक हिंसा हुई और एक महिला सहित छह लोगों की मौत हुई और 18 अन्य घायल हुए.ममता ने आरोप लगाया, ‘‘जो कुछ हो रहा है. कांग्रेस-माकपा तालमेल और पंचायत पर कब्जे के खेल का नतीजा है.’’
मुख्यमंत्री ने प्रत्यक्ष रुप से राज्य आयोग पर आरोप लगाया कि वह भी हिंसा के लिए जिम्मेदार है क्योंकि उसने एक चरण में चुनाव कराने की उनकी सलाह नामंजूर कर दी थी.ममता ने कहा, ‘‘अगर एक दिन का मतदान होता तो मैं इसे होने नहीं देती. हम चुनाव संचालित नहीं कराते. चुनाव का संचालन राज्य चुनाव आयोग करता है. उन्होंने जो कुछ कहा हमने स्वीकार कर लिया.’’