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कोलकाता की कंपनी ब्लैकलिस्टेड

कोलकाताः आइपीएस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाले संस्थान सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए), हैदराबाद ने कोलकाता की सुरक्षा उपकरण मुहैया करानेवाली कंपनी एमएसए (इंडिया) लिमिटेड को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है.बुलेट प्रूफ जैकेट, हेलमेट समेत कंपनी के कई सुरक्षा उपकरण सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (सीएफएसएल), चंडीगढ़ की जांच में फेल हो गये हैं. […]

कोलकाताः आइपीएस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाले संस्थान सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए), हैदराबाद ने कोलकाता की सुरक्षा उपकरण मुहैया करानेवाली कंपनी एमएसए (इंडिया) लिमिटेड को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है.

बुलेट
प्रूफ जैकेट, हेलमेट समेत कंपनी के कई सुरक्षा उपकरण सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (सीएफएसएल), चंडीगढ़ की जांच में फेल हो गये हैं. कंपनी के उपकरण गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं. जोखिम को देखते हुए अकादमी ने कड़ा कदम उठाते हुए कंपनी के साथ अपने अनुबंध को रद्द कर दिया है.

अकादमी की क्या है शिकायत
अकादमी ने कोलकाता के राजारहाट स्थित एमएसए (इंडिया) लिमिटेड को पत्र देकर सूचित किया है कि कंपनी ने 16 उपकरण मुहैया कराये थे, इनमें से कुछ तो सीएफएसएल की जांच में पास हुए, लेकिन कई उत्पाद तकनीकी रूप से फेल हो गये. अकादमी ने अपने पत्र में करार रद्द करने की सूचना देने के साथ बुलेट प्रूफ उत्पादों को वापस लेने निर्देश दिया है. यह भी कहा गया है कि भविष्य में अगर अकादमी द्वारा सुरक्षा उपकरण की आपूर्ति के लिए कोई निविदा आमंत्रित की जाती है तो यह कंपनी इसके लिए निविदा जमा नहीं कर सकती है.

जोखिम नहीं ले सकते
अकादमी के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस यूनिफॉर्म के सुरक्षा उपकरणों में कमी होने के कारण अधिकारियों की जान दावं पर लग जाती है.मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले को कोई नहीं भूल पाया है और इस घटना के बाद बुलेट प्रूफ जैकेट की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान लगा था. इस घटना में मुबंई के एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी थी, उसके बाद भी आतंकियों की गोली से उनकी मौत हो गयी थी.

इसके बाद पूरे देश में इसे लेकर काफी हंगामा मचा था. मुंबई पुलिस को खुद को बचाने के लिए बोलना पड़ा था कि हेमंत करकरे की गर्दन कंधे पर गोली लगी थी और उनके शरीर के ये अंग बुलेट प्रूफ वेस्ट से कवर नहीं थे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि यह बुलेट प्रूफ वेस्ट 9 एमएम गोली से बचा सकती है, लेकिन एके -47 बुलेट को रोक पाना इसके बस में नहीं है. जो भी हो, लेकिन ऐसा देखा गया है कि सेना सहित सुरक्षा एजेंसियों के जवानों की सुरक्षा के लिए जो उपकरण भेजे जाते हैं, उनकी गुणवत्ता संतोषजनक नहीं होती. इसलिए जिनको यह उपकरण मुहैया कराने का जिम्मा सौंपा जाता है, उनको उपकरणों की गुणवत्ता का ध्यान रखना होगा.


इन उपकरणों की आपूर्ति की थी
गौरतलब है कि कंपनी द्वारा भेजे गये 16 उपकरणों में लेवल थ्री एक प्रोटेक्शन के लिए दो फोर्स फील्ड टैंगो टैक्टिकल आर्मर, दो टैक्टिकल वेस्ट, मोल्ले, एक्सटीसी थ्रीए, ब्लैक, एक्सएल, चार राइफल प्लेट लेवेल फॉर प्रोटेक्शन, चार स्पेशल लेवेल थ्री प्लस प्लेट, लेवल थ्री एक प्रोटेक्शन के लिए दो टीसी 2000 एडवांस्ड कॉम्बैट हेलमेट लार्ज ब्लैक दो काले रंगे के हेलमेट मीडियम, पैड आकार 6, टीसी 2000 शामिल थे. कंपनी की ओर से भेजे गये इन उत्पादों को सितंबर 2012 में चंडीगढ़ स्थित सीएफएसएल में बैलिस्टिक मूल्यांकन के लिए भेजे गये थे.

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