कोलकाता: बर्दवान के खागड़ागढ़ में आतंकियों द्वारा अत्याधुनिक तरीके के बम के इस्तेमाल करने के खुलासे के बाद से अब कोलकाता पुलिस के अलावा राज्य पुलिस के कर्मियों को हाइटेक करने की पहल शुरू हो गयी है.
लालबाजार सूत्रों के मुताबिक मौजूदा समय में अत्याधुनिक बम, विस्फोटक व आइडी जैसे असलहों के संबंध में कोलकाता पुलिस के कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जायेगी.
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की तरफ से यह ट्रेनिंग कोलकाता पुलिस के कर्मचारियों को दी जायेगी. कोलकाता पुलिस के सभी थानों के कांस्टेबल से लेकर सब-इंस्पेक्टर विभाग में कार्यरत पुलिस कर्मियों को पहले दिसंबर से 27 दिसंबर तक यह ट्रेनिंग दी जायेगी. कोलकाता पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में यह ट्रेनिंग पुलिस कर्मियों को दी जायेगी. इस सिलसिले में एनएसजी के बम निरोधी विभाग के अधिकारी अजीत शर्मा ने लालबाजार आकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने ट्रेनिंग स्थल पीटीएस में जाकर वहां ट्रेनिंग स्थल का दौरा किया.
इस संबंध में लाल बाजार के अधिकारी बताते हैं कि देश में एक मात्र एनएसजी के जवान ही विभिन्न किस्म के विस्फोटक को पहचानने व उसे निरस्त करने में सक्षम हैं. इसके कारण वे ही ट्रेनिंग देंगे. महानगर में ग्राउंड लेवल पर कोलकाता पुलिस के कांस्टेबल से लेकर सब इंस्पेक्टर ही ड्यूटी करते हैं. इस ट्रेनिंग के मिलने से वे किसी भी अनजान वस्तुओं को देखने के बाद उसकी पहचान तुरंत करने में सक्षम होंगे. इसके साथ ही वह अत्याधुनिक बम की भी तुरंत पहचान कर उसे निरस्त करने में सक्षम होंगे. ज्ञात हो कि अब तक महानगर में कभी भी बम का अफवाह होने पर लालबाजार से बम निरोधी दस्ते को वहां बुलाया जाता था, जिसके बाद बम की पहचान कर उसे निरस्त करने की कोशिश की जाती थी. लालबाजार में ट्रेनिंग खत्म होने के बाद ही एनएसजी के अधिकारी राज्य पुलिस के कर्मियों को इसकी ट्रेनिंग दी जायेगी.