पानागढ़: बीरभूम जिले के पाड़ुई में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा की जनसभा से लौट रहे भाजपा समर्थकों पर बुधवार को अहमदपुर में हमला किया गया. फायरिंग, बमबाजी व तीरों से हुए हमले में आधा दर्जन पार्टी समर्थक घायल हुए हैं. उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
सिन्हा ने आरोप लगाया है कि सभी हमलावर तृणमूल संरक्षित अपराधी थे. इस संबंध में थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है. आधा दर्जन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बना हुआ है.
पार्टी के जिलाध्यक्ष दूध कुमार मंडल ने कहा कि पाडुई में बुधवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा की आम सभा थी. विभिन्न ग्रामीण इलाकों से हजारों पार्टी समर्थक इसमें शामिल हुए थे. इससे तृणमूल नेताओं में आक्रोश फैल गया. उनके निर्देश पर ही पार्टी समर्थकों पर हमले की योजना बनायी गयी. सभा समाप्ति के बाद जब समर्थक अहमदपुर से होकर लौट रहे थे, तो अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया. उन पर फायरिंग, बमबाजी व तीर से हमला किया गया.
इसके कारण कई समर्थक घायल हो गये. इनमें से नारायण मुखर्जी को तीर लगा, जबकि फायरिंग में कई समर्थक घायल हो गये. घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में नये सिरे से तनाव फैल गया है. मंडल ने कहा कि तृणमूल का राजनीतिक आधार समाप्त हो गया है. वह इसे हिंसा के नाम पर रोकना चाहती है. लेकिन इसका प्रभाव नकारात्मक पड़ रहा है. आनेवाले समय में जनता इसका जबाब देगी. घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों व रैफ की तैनाती की गयी है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि चार हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि छह ग्रामीणों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. स्थिति नियंत्रण में है.
राज्यपाल को घटना की जानकारी देंगे
राहुल सिन्हा ने कहा कि घटना से पार्टी कर्मियों का मनोबल और बढ़ेगा तथा राज्य से तृणमूल का सफाया हो जायेगा. तृणमूल माकपा के रास्ते पर जाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा के बढ़ते प्रभाव के कारण तृणमूल हिंसा का सहारा ले रही है. तृणमूल के पास इतने हथियार कहां से आ रहे हैं. इस संबंध में वह राज्यपाल को सूचित करेंगे. एसपी को भी उन्होंने बताया है. प्रतिवाद सभा का आयोजन गुरुवार को किया गया है. तृणमूल के हमले के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने शांति बनाये रखी. तृणमूल का मूल चेहरा आज स्पष्ट हो गया है. इधर, तृणमूल नेता नुरुल इसलाम का कहना है कि भाजपा ने बाहरी लोगों की सहायता से गांव दखल की कोशिश की. उसी का यह नतीजा है.