आसनसोल: इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने शनिवार को कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईल) का 40वां स्थापना दिवस मनाया. कंपनी मुख्यालय सांकतोडिया में कई कार्यक्र म आयोजित हुए. सनद रहे कि एक नवम्बर, 1975 को कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण कर कोल इंडिया की स्थापना की गयी थी.
कार्मिक निदेशक केएस पात्र एवं तकनीकी निदेशक (योजना एवं परियोजना) बीआर रेड्डी ने कंपनी के समस्त श्रमिकों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों को कंपनी के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई दी एवं भविष्य में इसे जारी रखने का आग्रह किया. सांकतोडिया स्टेडियम से मुख्यालय तक सद्भावना रैली निकाली गयी. अधिकारी. कर्मचारी, श्रमिक व स्कूली छात्र-छात्राओं ने इसमें भागीदारी की. उच्चाधिकारियों ने कोयला उत्पादन एवं अन्य गतिविधियों में प्राणों की आहुति देनेवाले शहीदों की स्मृति में बने स्मारक पर पुष्पांजलि दी गयी. कोल इंडिया के कॉरपोरेट गीत के साथ ध्वजारोहण हुआ. सर्वधर्म प्रार्थना आयोजित की गयी. विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधियों ने इसे संबोधित किया.
तकनीकी निदेशक (योजना व परियोजना) श्री रेड्डी ने कहा कि कंपनी में टीम वर्क के अथक प्रयासों के कारण स्थापना काल से ही घाटे में चल रही कंपनी बोर्ड फॉर इंडस्ट्रियल एंड फाइनेंशल रिकंस्ट्रक्शन (बीआईएफआर) से निकलने के कगार पर है. प्रदर्शन इसी तरह बरकरार रहा तो कंपनी से रिटायर हो रहे सीएमडी राकेश सिन्हा को 40 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर उन्हें सेवानिवृत्ति का सबसे तोहफा दे सकते हैं.
कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने कहा कि कंपनी उत्पादन, कर्मचारियों के कल्याण एवं समाज के प्रति जिम्मेदारियों का पूरी मजबूती के साथ निर्वाहन कर रही है. कंपनी शीघ्र ही एक गांव को गोद लेकर उसके सर्वांगीण विकास की जिम्मेवारी लेगी. ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत पश्चिम बंगाल और झारखंड के विभिन्न स्कूलों में 4000 शौचालयों का निर्माण करना है. कल्ला केंद्रीय अस्पताल में पांच नयी डायलिसिस मशीनें लगायी जायेगी. इससे किडनी के मरीज़ों को बड़ी राहत मिलेगी. अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा लेने की प्रक्रि या शुरू कर चुकी है.