कोलकाता: टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर पुलिसिया जुल्म समेत कई मसलों को लेकर टैक्सी चालकों द्वारा जारी आंदोलन की भयावहता देख कर राज्य सरकार बैठक को मजबूर हुई है.
सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन और एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन की ओर से पहले भी टैक्सी चालकों की समस्याओं को लेकर बातचीत की पेशकश की गयी थी लेकिन आरोप के मुताबिक राज्य सरकार के परिवहन मंत्रलय की ओर से तवज्जो नहीं दिया गया. बहरहाल बैठक के बाद ही वामपंथी परिवहन संगठन अगले आंदोलनों की रूपरेखा तैयार करेंगे.
ये बातें वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू ने मंगलवार को कहीं. जानकारी के मुताबिक परिवहन मंत्री मदन मित्र ने बुधवार को टैक्सी मालिकों, चालकों और यूनियनों के प्रतिनिधियों के बीच बैठक बुलायी है. अनादि साहू ने कहा कि वामपंथी परिवहन संगठनों की मांग है कि टैक्सी चालकों पर पुलिस जुल्म तुरंत बंद हो, टैक्सी स्टैंड बनाये जायें और 445 वाहनों के परमिट और टैक्सी चालकों की ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की धमकी अविलंब वापस लिये जायें.
टैक्सी चालकों के आंदोलन की वजह से महानगर में टैक्सी हड़ताल का माहौल है. इस मसले पर अनादि साहू ने साफ किया कि उनके संगठन की ओर से किसी भी प्रकार का हड़ताल आह्वान नहीं किया गया है. इधर आंदोलनरत कुछ टैक्सी चालकों का कहना है कि बैठक के बाद ही वह तय करेंगे कि सड़कों पर उनकी टैक्सी चलेगी या नहीं.