जन सम्मेलन के दौरान लिया गया फैसला
कोलकाता : टैक्सी रिफ्यूजल के नाम चालकों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन और सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन ने वृहद आंदोलन का एलान किया है.
शनिवार को दोनों संगठनों की ओर से आयोजित जन सम्मेलन संपन्न हुआ जिसमें भारी संख्या में टैक्सी चालक व उनके प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. सम्मेलन के दौरान दोनों परिवहन संगठनों ने संयुक्त रूप से आगामी सोमवार को महानगर में विरोध रैली व कानून भंग आंदोलन की घोषणा की. इस अभियान में अन्य परिवहन संगठन, श्रमिक संगठन व तमाम टैक्सी चालकों के सम्मिलित होने की अपील की गयी.
सम्मेलन की अध्यक्षता सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू, प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने की जबकि इस मौके पर प्रदेश एटक के महासचिव रंजीत गुहा, ए खान समेत अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे.
धमकियों से नहीं डरेंगे
सम्मेलन के दौरान प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि विगत सात अगस्त को कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन द्वारा आहूत महा जुलूस के दौरान करीब 22 टैक्सी चालकों को गिरफ्तार किया. उनके खिलाफ गैर जमानती धारा लगायी गयी.
इतना ही नहीं कथित तौर पर राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्र द्वारा 445 वाहनों का परमिट व टैक्सी चालकों का लाइसेंस रद्द करने की धमकी दी गयी है. प्रशासन व राज्य सरकार की ओर से जितनी धमकी मिलेगी, आंदोलन का रुख और तेज होगा.
जुर्माना व फर्जी मामलों के खिलाफ जायेंगे हाइकोर्ट
सीटू और एटक समर्थित परिवहन संगठनों की ओर टैक्सी रिफ्यूजल की घटनाओं का विरोध किया गया है लेकिन रिफ्यूजल के नाम पर तीन से पांच हजार रुपये जुर्माना लेने के मसले को भी बर्दाश्त नहीं किये जाने की बात कही है.
नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि रिफ्यूजल के नाम पर गैर लोकतांत्रिक तरीके से टैक्सी चालकों से जुर्माना वसूलना, कथित तौर पर झूठे मामलों में फंसाने जैसे मामलों के खिलाफ उनका संगठन जल्द हाइकोर्ट जायेगा.
आंदोलन प्रभावित करने के लिए झूठे बयान दिये जा रहे हैं
नवल किशोर श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि टैक्सी चालकों के आंदोलन को प्रभावित करने के इरादे से ही झूठे बयान दिये जा रहे हैं. कथित तौर पर टैक्सी चालकों के आंदोलन की कार्यसूची पहले से नहीं बताये जाने की बात परिवहन मंत्री ने कहा था लेकिन इस मसले को लेकर कई दफा उन्हें वामपंथी परिवहन संगठन ने पत्र लिखा जिसमें टैक्सी चालकों की समस्या के मसले पर उनसे बैठक की गुजारिश की गयी लेकिन उसका कोई जवाब नहीं दिया गया.
यही वजह है कि टैक्सी चालक अब आंदोलन को मजबूर हैं. हालांकि उनकी समस्याओं को लेकर एक बार फिर चिट्ठी भेजकर परिवहन मंत्री मदन मित्र से बैठक करने की वामपंथी परिवहन संगठन अपील करेंगे.
आंदोलन को दबाना चाहती है सरकार
सीटू के आला नेता अनादि साहू ने आरोप लगाया है कि तृणमूल सरकार टैक्सी चालकों के आंदोलन को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि विगत सात अगस्त को टैक्सी चालकों के आंदोलन के दौरान तोड़फोड़ की घटनाएं घटी लेकिन ऐसा साजिश के तहत किया गया है. आरोप के मुताबिक आंदोलन के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आंदोलन को प्रभावित करने की कोशिश की गयी.
बहरहाल सम्मेलन में मुख्य प्रस्ताव दिया गया कि टैक्सी चालकों पर पुलिस जुल्म तुरंत बंद करना होगा, टैक्सी स्टैंड बनाने होंगे, गिरफ्तार 22 टैक्सी चालकों को रिहा करना होगा और 445 वाहनों के परमिट और टैक्सी चालकों की ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की बात को वापस लेना होगा.