सिलीगुड़ी: अपने दोस्त की ही नाबालिग बेटी को एक नकली वकील लेकर फरार हो गया है. इस मामले को लेकर सिलीगुड़ी थाने में अपहरण का मामला दर्ज किये जाने के बावजूद पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
इस घटना के चार दिन हो गये हैं. लड़की का अब तक कोई अता-पता नहीं है. यह घटना सिलीगुड़ी के रवीन्द्रनगर की है. लापता लड़की के मां-बाप ने पुलिस से मदद की गुहार लगायी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वपन बसाक नामक व्यक्ति की रवीन्द्रनगर इलाके में ही मोबाइल फोन की दुकान है. इस फोन की दुकान पर प्रणव घोष नामक व्यक्ति अक्सर आता था. वह अपने आप को सिलीगुड़ी कोर्ट का वकील बताता था. इसी क्रम में उसकी दोस्ती मोबाइल फोन दुकान के मालिक स्वपन बसाक के साथ हो गई. वह अक्सर इनके घर आने-जाने लगा. स्वपन बसाक की बेटी स्नेहा बसाक (16) उर्फ रिया सिलीगुड़ी के नेताजी गर्ल्स हाईस्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ती है. रिया के पिता स्वपन बसाक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रिया प्रतिदिन की तरह 30 जुलाई को भी अपनी स्कूल गई. स्वपन बसाक खुद दिन के करीब 11.00 बजे अपनी बेटी को स्कूल छोड़ आये थे.
शाम को जब वह अपनी बेटी को लेने स्कूल गये, तो वह नहीं मिली. पता करने पर मालूम हुआ कि प्रणव घोष उर्फ कनक चन्द्र घोष उनकी बेटी को उठा ले गया है. रिया प्रणब घोष को चाचा बुलाती थी. अपनी बेटी के इस तरह अचानक गायब हो जाने की खबर से स्वपन बसाक हैरान हो गये. उन्होंने 30 तारीख को ही सिलीगुड़ी थाने में प्रणब घोष उर्फ कनक चन्द्र घोष के नाम से अपहरण का मामला दर्ज करा दिया. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 363/365 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. थाने में मामला दर्ज कराने के बाद उसी दिन रात को प्रणब घोष उर्फ कनक चन्द्र घोष ने रिया की मां को फोन किया और कहा कि रिया उसके साथ है और उसको खोजने की कोशिश न की जाए. रिया की मां के पुलिस में जाने की धमकी दिये जाने के बाद उसने कहा कि तुम लोगों को जो भी करना है, कर लो.
उसके बाद से ही उसका फोन बंद मिल रहा है. उसके फोन आने की घटना के बाद रिया के माता-पिता के होश उड़ गये. अगले दिन वह लोग उसकी जानकारी जुटाने के लिए सिलीगुड़ी कोर्ट में गये तो पता चला कि कनक चन्द्र घोष नामक कोई वकील यहां है ही नहीं. उसके बाद रिया के पिता ने अपने स्तर पर अपनी बेटी की तलाश शुरू की. स्वपन बसाक ने बताया कि खोजबीन के बाद पता चला प्रणब घोष उर्फ कनक चन्द्र घोष एक बहुरूपिया है और अपराधी प्रवृत्ति का भी है. उसके सिलीगुड़ी के निकट शिव मंदिर इलाके में कहीं रहने की खबर मिली.
वह जब वहां पता करने गये, तो पता चला कि वह काफी दिनों से यहां नहीं रह रहा है. उस पर अपनी पत्नी को जला कर जान से मार देने का आरोप है. यह पता चलते ही उनके घर वालों की स्थिति बिगड़ गई और उन्हें किसी अनहोनी की आशंका सताने लगी. शिव मंदिर में ही पता चला कि उसके कई नाम हैं. शिव मंदिर के लोग उसे संजीव के नाम से जानते हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि डुवार्स के मालबाजार में संजीव का कोई घर है. उसके बाद रिया के पिता उसकी तस्वीर लेकर मालबाजार चले गये. वहां उन्होंने तलाशी शुरू की. इस दौरान मामला और गंभीर होता गया. मालबाजार में उसकी पहचान बाबाई के रूप में हुई. यहां भी उसने एक शादी कर लेने की खबर मिली और बाद में पत्नी से उसने तलाक ले लिया. एक अन्य महिला के साथ भी उसके रहने की बात सामने आयी. उस महिला का एक संतान भी है. तब से लेकर अब तक रिया के माता-पिता अपने स्तर पर अपनी बेटी की तलाश कर रहे हैं. इस बीच, रिया की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. रवीन्द्रनगर के स्थानीय लोग इनकी मदद के लिए सामने आये हैं. स्थानीय लोगों ने सिलीगुड़ी थाने के आईसी से मुलाकात कर इस मामले में शीघ्र उचित कार्रवाई की मांग की है. रिया की मां का कहना था कि उनकी बेटी सुबह स्कूल ड्रेस में ही घर से निकली थी और फिर लौट कर वापस नहीं आयी.