एक साथ तीन शैक्षणिक संस्थान से वेतन लेने का आरोप
जांच में जुटा गौड़बंग विश्वविद्यालय प्रबंधन
मालदा : नदिया के कल्याणी में बीएड में दाखिले के लिए लेन-देन की खबर आने के बाद अब मालदा के गौड़बंग विश्वविद्यालय के अधीनस्थ एक निजी बीएड कॉलेज के खिलाफ भी इस तरह की बातें सामने आयी हैं.
गाजोल के डेविड हेयर बीएड कॉलेज के प्राचार्य एसएम बाकिबिल्ला एक बीएड कॉलेज व एक हाइस्कूल के प्राचार्य व प्रधान शिक्षक के पद पर कार्यरत थे. एक साथ तीन संस्थानों से वेतन के तौर पर उन्हें मोटी रकम मिल रही थी. उनके इस अवैध काम पर हाल ही में गौड़बंग विश्वविद्यालय प्रबंधन की नजर पड़ी. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने डेविड हेयर बीएड कॉलेज प्रबंधन से जवाब तलब किया है.
उत्तर चौबीस परगना के बारासात स्थित दूसरे निजी बीएड कॉलेज व हाई स्कूल जहां प्राचार्य काम कर रहे थे, उनसे भी संपर्क किया जा रहा है. तथ्य व सबूतों के साथ सोमवार के भीतर ही विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा पुलिस से पूरे मामले की शिकायत दर्ज करा दी जायेगी. विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, एसएम बाकिबिल्ला उत्तर चौबीस परगना के बारासात स्थित काजीपाड़ा हजरत एकदिलशा हाई स्कूल के प्रधान शिक्षक हैं. साथ ही वह मालदा के गाजोल ब्लॉक स्थित निजी डेविड हेयर बीएड कॉलेज के प्राचार्य के तौर पर जुलाई 2012 से काम कर रहे हैं.
उन्हें 40 हजार रुपये वेतन मिलते है. उन्होंने हलफानामा दिया था कि वह किसी और शैक्षिक संस्थान में काम नहीं करते हैं. हाल ही में उन्होंने और एक निजी बीएड कॉलेज में प्राचार्य का कार्यभार संभाला. बारासात के आदर्श कॉलेज ऑफ एजुकेशन नामक निजी बीएड कॉलेज के अधिकारी आबू ताहेर ने बताया कि वह एक साल से वह बारासात के बीएड कॉलेज में कार्यरत हैं. उन्हें 47 हजार 400 रुपये वेतन दिये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि बाकिबिल्ला ने बताया था कि वह गाजोल के निजी बीएड कॉलेज के प्राचार्य पद से इस्तीफा दे दिया है.
गाजोल बीएड कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि एक अगस्त को इन सब विषयों का परदाफाश होते ही अचानक एसएम बाकिबिल्ला ने इस्तीफा दे दिया. इधर, एसएम बाकिबिल्ला से इस विषय में फोन पर पूछ जाने पर उन्होंने पूरे मामले से मुंह फेरते हुए स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा.