कोलकाता: महानगर के अपोलो अस्पताल में महिला मरीज का सफल लीवर ट्रांसप्लांट हुआ. संवाददाता सम्मेलन में अपोलो इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी के डॉ महेश कुमार गोयनका ने बताया कि एक ओर जहां आज पूरी दुनिया वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मना रही है, वहीं अपोलो अस्पताल ने एक्यूर लीवर ट्रांसप्लांट करके एक युवती को नया जीवन दान दिया.
लीवर की गंभीर बिमारी से ग्रस्त रोगी का सफल ट्रांसप्लांट करने वाले श्री गोयनका ने बताया कि अपोलो में हेपेटाइटिस-ए के एक्यूर लीवर ट्रांसप्लांट बंगाल ही नहीं बल्कि पूर्वी भारत का अपने तरह का पहला ऑपरेशन है. उन्होंने कहा कि वायरल हेपेटाइटिस ए इंफेक्शन से ग्रस्त मरीज श्रीजनी हाल्दार जब हमारे पास आयी तो उसकी स्थित काफी गंभीर थी.
उनका लीवर पूरी तरह से खराब हो गया था. यदि तुरंत लीवर ट्रांसप्लांट नहीं किया जाता तो उसकी जान भी जा सकती थी. 30-35 डॉक्टरों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद लीवर ट्रांसप्लांट किया. पूरी प्रक्रिया में 15 से 18 घंटे लगे. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के 15 दिनों के बाद श्रीजनी पूरी तरह से स्वस्थ है. श्रीजनी को उसकी 45 वर्षीय मां ने अपना लीवर दिया.
लीवर ट्रांसप्लांट काफी खर्चीला
श्रीजनी के लीवर ट्रांसप्लांट में लगभग 25 लाख रुपये का खर्च हुआ. हालांकि विदेशों में लीवर ट्रांसप्लांट के लिए 50 लाख से डेढ़ करोड़ रुपये तक का खर्चा आता है.