दार्जिलिंग : गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) व राज्य सरकार के बीच हुए जीटीए समझौते के शुक्रवार को तीन साल पूरे हो गये. गौरतलब है कि 18 जुलाई 2011 को सिलीगुड़ी के पिंटेल विलेज में दोनों पक्षों के बीच यह समझौता हुआ था. इसके एक साल बाद 29 जुलाई 2012 को जीटीए का चुनाव हुआ था.
जीटीए की 45 सीटों में गोजमुमो ने अपना दबदबा कायम रखा था. चार अगस्त 2012 को जीटीए बोर्ड का गठन हुआ था. इसमें बिमल गुरूंग को जीटीए चेयरमैन बनाया गया था. शुक्रवार को जीटीए के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जीटीए के अधीनस्थ सभी कार्यालयों में छुट्टी घोषित कर दी गयी.