कोलकाता: आये दिन चारों तरफ महज कुछ रुपये के लिए छिनताई व मारपीट के अलावा हत्या तक की घटनाएं सुनने को मिलती है. इसी बीच एक टैक्सी चालक ने ईमानदारी की मिसाल कायम करते हुए एक यात्री को छह लाख मूल्य के जेवरात से भरा बैग लौटा दिया.
मन के सच्चे इस साहसी टैक्सी चालक का नाम कामेश्वर गिरी है. वह चारु मार्केट इलाके के केपी लेन का रहनेवाला है. वर्ष 1973 में बिहार के छपरा जिले से महानगर आकर यहां खुद टैक्सी खरीद कर जीवन यापन करते है. जबकि टैक्सी में सवार यात्री का नाम डॉक्टर निमाई दास है. वह चेतला पार्क रोड का रहने वाला है. अपनी बेटी की शादी के लिए बैग में गहने लेकर वह घर लौट रहे थे.
टैक्सी चालक कामेश्वर गिरी ने बताया कि बेटी की शादी के बाद परिवार के साथ एक व्यक्ति घर लौट रहा था. टॉलीगंज सकरुलर रोड स्थित टैक्सी स्टैंड से वह यात्री परिवार के साथ उसके टैक्सी में बैठा था. चेतला हाट रोड में स्थित उसके घर में उतारने के बाद वह आगे निकल गया. कुछ दूर जाने पर चालक को एहसास हुआ कि डिक्की में एक बैग छूटा हुआ है. टैक्सी रोक कर डिक्की देखने पर अंदर एक बैग मौजूद था. तत्काल उसने यात्री के घर में बैग लौटाने जा पहुंचा. वहां उसे यात्री के टैक्सी स्टैंड में बैग ढूंढने जाने की जानकारी मिली. यात्री के परिवार से संपर्क कर चालक ने उसे यात्री के घर के पास बुलाया. वहां पहुंचने पर गहनों से भरा बैग उसके हाथ में सौंप दिया. इधर टैक्सी में खोये रुपये से भरा बैग वापस पाने के बाद डॉक्टर निमाई दास नामक यात्री ने कामेश्वर को तोहफा देने का प्रस्ताव दिया, लेकिन वह तोहफा लेने से मना कर वहां से चला गया.
इसकी जानकारी चेतला थाने को मिलने पर कामेश्वर की इमानदारी की यह खबर लालबाजार के अधिकारियों को देने के साथ उसे इसके लिए सम्मानित करने का प्रस्ताव भी रखा गया है.
पुलिस अधिकारियों का कहना था कि रोज-रोज की चोरी, छिनताई, लूट व हत्या की जैसी खबरों के बीच में जब किसी की ईमानदारी की खबर आती है, तो अच्छा महसूस होता है. ऐसे लोगों को कोलकाता पुलिस सम्मानित करके प्रोत्साहित करना चाहती है. इससे जनता में भी अच्छा संदेश जायेगा. समाज को भी ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए.