कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पॉल के विवादास्पद बयान को लेकर मंगलवार को विधानसभा में खूब हंगामा हुआ. जब विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान व सांसद की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस के कार्यस्थगन प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया, तो पार्टी के सदस्य सदन से वाकआउट कर गये.
सदन में प्रश्नकाल समाप्त होते ही विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कार्यस्थगन प्रस्ताव की बात उठायी और इसे अस्वीकृत कर दिया. इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने तापस पाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी की और सदन से वाकआउट कर गये. कृष्णनगर लोकसभा से दूसरी बार तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए श्री पाल ने विवादास्पद बयान देते हुए धमकी दी थी कि अगर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले होते हैं, तो विपक्षी माकपा के कार्यकर्ताओं को मारा जायेगा और उनके घर की महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया जायेगा.
किसने क्या कहा
राज्य सरकार उनके खिलाफ स्वत:संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कर सकती है. हम मुख्यमंत्री से बयान देने की मांग करते हैं और इस विषय पर चर्चा चाहते हैं.
मोहम्मद सोहराब, नेता, कांग्रेस विधायक दल
राज्य में रवींद्र संगीत बज रहा है. विधानसभा में विधायकों को संगीत सुनाया जा रहा है, लेकिन यह केवल दिखावा है. इस तरह के बयान से राज्य की संस्कृति को किस ओर ले जाया जा रहा है. इस बयान की मैं तीव्र निंदा करता हूं. इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है.
तरुण कांति नस्कर,
विपक्ष के नेता ने की बयान की निंदा, एफआइआर करायेंगे दर्ज
तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पॉल के विवादास्पद बयान को लेकर विपक्षी दलों मुखर हुए और तापस पॉल की निंदा करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. विधानसभा में विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र ने तापस के बयान पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि उनके खिलाफ थाने में एफआइआर करेंगे. विभिन्न संगठनों की ओर से थानों में एफआइआर दर्ज कराये जायेंगे. उन्होंने सरकार से मांग की कि वह उनके खिलाफ स्वत: मामले दायर कराये. तृणमूल कांग्रेस सांसद के बयान से राज्य के लोगों की भावना को आघात लगा है.