कोलकाता: भाजपा के राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने कलकत्ता चेंबर ऑफ कॉमर्स व अंतरराष्ट्रीय सहयोग परिषद (पं. बं.) की ओर से आयोजित एक परिचर्चा में कहा कि नेपाल को भारतीय निवेशकों के अनुकूल माहौल बनाना चाहिए.
श्री विजय ने कहा कि भारत व नेपाल के बीच सदियों का संबंध है. नेपाल , भारत को प्रेरित करता है. नेपाल की प्रगति इसी में है कि भारत के उद्यमी वहां निवेश करें, लेकिन भारतीय उद्यमियों को भी वहां सुरक्षा मिलनी चाहिए. श्रमिक समस्या से बचने के लिए उद्यमियों को नेपाल सरकार का रक्षा कवच मिलना चाहिए. मौजूदा स्थिति को थोड़ा बदलने की आवश्यकता है. श्री विजय ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब नेपाल की यात्र पर जायेंगे, तो दोनों देशों के संबंधों में और भी तेजी आयेगी. नेपाल की जनता को आशा है कि भारत द्वारा नेपाल को ऊर्जा के क्षेत्र में मदद की जायेगी. आशा जतायी जा रही है कि नरेंद्र मोदी की यात्र के दौरान ऐसा देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि नेपाल नरेंद्र मोदी की विदेश नीति में प्राथमिकता पर रहेगा. श्री विजय ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि नेपाल भारत का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक भागीदार है. नेपाल नरेंद्र मोदी की विदेश नीति में सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेगा. नेपाली जनता उत्सुकता के साथ बेहद गर्मजोशी और प्रेम से नरेंद्र मोदी जी की यात्र का इंतजार कर रही है. वहां के लोगों को उम्मीद है किनेपाल का बिजली संकट संयुक्त उपक्रम या पनबिजली परियोजना से कम किया जा सकता है जो उन्हें बिजली की कमी से पार पाने और उनकी अर्थव्यवस्था को उबारने में मदद करेगी.
यह पूछे जाने पर कि नयी भारतीय सरकार नेपाल में बढ़ते चीनी प्रभाव का मुकाबला करने के लिए कैसे योजना बना रही है तो श्री विजय ने कहा कि हमारी नीति यह है कि नेपाल के साथ हमारा संबंध किसी अन्य देश के साथ हमारे संबंध से स्वतंत्र है.
श्री विजय के मुताबिक, भारत में नकली नोट आने के मामले में नेपाल को अपराधियों ने एंट्री प्वाइंट बनाया है. हालांकि इस दिशा में भारत सरकार को नेपाल सरकार की ओर से पूरी मदद मिल रही है. दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध प्रगाढ़ तो जरूर हुए हैं, लेकिन जितने होने चाहिए थे, उतने नहीं हो सके. भारत ने अफगानिस्तान या भूटान में विकास के लिए जितना किया है, उस लिहाज से नेपाल में कम किया गया. भारत को और भी इस दिशा में मजबूत कदम उठाना चाहिए.