कोलकाता: राज्य की बाल व महिला कल्याण मंत्री डॉ शशि पांजा ने कहा कि राज्य सरकार बाल तस्करी रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलायेगी. फिलहाल राज्य के बाल सुधार गृहों में 250 बांग्लादेशी बच्चे हैं.
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के साथ बंगाल सरकार ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल किया है. राज्य सरकार कर्नाटक व केरल के साथ भी समझौता करेगी. उन्होंने कहा कि यदि कोई बांग्ला भाषा बोलता है, तो उसे बांग्लादेश नहीं भेजा जा सकता है. पहले से ही बंगाल के बाल सुधार गृहों पर काफी दबाव है.
उन्होंने कहा कि बाल तस्करी पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार ने टास्क फोर्स का गठन किया है. ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी का भी गठन किया गया है. सरकार तस्करी पर काम करनेवाले गैर सरकारी संगठनों के साथ मिल कर काम कर रही है, ताकि लोगों को तस्करी से सजग किया जा सके. उत्तर दिनाजपुर में बाहर जानेवालों के लिए पहचान पत्र दिया जा रहा है. यदि कोई बाहर जा रहा है, तो थाने में उसकी सूचना दे, ताकि यदि तस्करी की घटना घटे, तो इसकी सूचना मिल सके.