कोलकाता. आगामी छह जून से विधानसभा का ग्रीष्म कालीन सत्र शुरू हो रहा है, जो 10 जुलाई तक चलेगा. इस सत्र के दौरान राज्य सरकार की ओर से करीब 15 बिल पेश किये जायेंगे.
यह जानकारी मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने विधानसभा में सभी पार्टी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में दी. उन्होंने बताया कि इन 15 विधेयकों में से दो विधेयक की कॉपी उनके पास पहुंच चुकी है, जिसे सभी पार्टी के प्रतिनिधियों को सौंप दिया गया है. इनमें पश्चिम बंगाल मदरसा शिक्षा संशोधनी बिल 2014 व पश्चिम बंगाल ज्वायंट एंट्रेंस एग्जाम बिल 2014 शामिल है. नौ व 10 जून को यह विधेयक पेश किया जायेगा और फिर इन दो दिनों में ही इस पर चर्चा की भी की जायेगी. श्री बनर्जी ने बताया कि इस बार एक महीने से भी अधिक समय तक विधानसभा सत्र चलेगा, इसलिए इस अधिवेशन के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर भी अधिक से अधिक चर्चा की जायेगी.
13 जून को गृह विभाग व पुलिस पर बयान देंगी सीएम
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विपक्षी पार्टियों का हमेशा से ही आरोप रहा है कि मुख्यमंत्री अधिवेशन के दौरान सदन में नहीं रहती हैं. इसलिए उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए 13 जून को सीएम विधानसभा में अपना भाषण रखेंगी. इस दिन सीएम राज्य के गृह विभाग व पुलिस व्यवस्था को लेकर अपना बयान देंगी.
विस अध्यक्ष ने सभी विपक्षी पार्टियों से शांतिपूर्वक यह सत्र संपन्न कराने की अपील की. अधिवेशन के दौरान विभिन्न पार्टियों के सदस्य हो-हल्ला मचाते हुए सदन का उल्लंघन करते हैं. इसलिए उन्होंने सभी पार्टियों से सदन की गरिमा बनाये रखने की अपील की.
बैठक में पहुंचे रज्जाक मोल्ला
विस अध्यक्ष द्वारा अधिवेशन शुरू होने से पहले बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में माकपा के बागी नेता व विधायक अब्दुर रज्जाक मोल्ला भी पहुंचे. इस संबंध में पूछे जाने पर विस अध्यक्ष ने कहा कि सर्वदलीय पार्टियों की कमेटी में अब्दुर रज्जाक मोल्ला का भी नाम है और इस कमेटी में किसका नाम शामिल करना है और किसका नाम हटाना है, यह अधिकार विस अध्यक्ष का है. इसलिए वह जिसे चाहे इसमें बुला सकते हैं. अगर उनको पार्टी ने निकाल दिया तो क्या हुआ, वह अभी भी सर्वदलीय पार्टियों की कमेटी में शामिल हैं. इस सर्वदलीय बैठक में माकपा की ओर से विपक्ष के नेता डॉ सूर्यकांत मिश्र व विधायक अनिसुर रहमान पहुंचे थे. वहीं, कांग्रेस का प्रतिनिधित्व विधायक असित मित्र ने किया.