कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने सारधा चिटफंड घोटाले में अपनी प्राथमिक जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है. बुधवार को यह रिपोर्ट निदेशालय प्रमुख राजन कोटाज को सौंपी जायेगी.
जानकारी के अनुसार, प्राथमिक जांच रिपोर्ट में पश्चिम बंगाल के कई प्रभावशाली लोगों और राजनेताओं के नाम शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, इडी को सारधा समूह के 600 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं मिल रहा है. मामले में आगे भी पूछताछ की गुंजाइश मानी जा रही है. उधर, सूत्रों के मुताबिक, सीबीआइ सारधा मामले में 11 नेताओं से पूछताछ कर सकती है. इसमें तृणमूल कांग्रेस के नेता, सांसद और मंत्री तक शामिल हैं.
गौरतलब है कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के सारधा चिटफंड घोटाले की सीबीआइ जांच के निर्देश दिये.
सूत्रों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय जल्द जांच प्रक्रिया खत्म करना चाहता है. मामले में इडी ने सारधा कंपनी के सीएमडी सुदीप्त सेन, निदेशक देवयानी मुखर्जी, सुदीप्त सेन की पत्नी पियाली व पुत्र शुभजीत से पूछताछ कर चुका है. इडी ने अब तक लगभग 70 लोगों से पूछताछ की है. इनमें तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष व बालुरघाट से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार अर्पिता घोष, पूर्व केंद्रीय मंत्री मातंग सिंह की पूर्व पत्नी मनोरंजना सिंह व साहित्यकार शुभा प्रसन्न शामिल हैं. इनसे पूछताछ के बाद कई अहम तथ्य मिले हैं. जांच के क्रम में कम से कम 20 प्रभावशाली लोग व नेताओं के नाम सामने आये हैं. इडी ने सारधा कंपनी की फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट तैयार की है.