कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सात मई को लोकसभा की छह सीटों पर होने वाले चुनावों के लिए हाई वोल्टेज प्रचार सोमवार को थम गया. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने पार्टी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए लगातार दो रैलियां कीं, जबकि ममता बनर्जी ने भी कई रैलियों को संबोधित किया.
छह सीटों पर कब्जा बरकरार रखने के लिए दबाव वामपंथी पार्टियों पर है, जिन पर पिछली बार इसने जीत दर्ज की थी. नौ बार के सांसद बासुदेव आचार्य, बीते जमाने की अभिनेत्री मुनमुन सेन और संध्या सेन तथा गायक बाबुल सुप्रियो इस बार कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
इस चरण में जिन छह लोकसभा सीटों पर चुनाव होने वाले हैं उनमें बांकुड़ा, झाड़ग्राम, पुरुलिया, मेदिनीपुर, विष्णुपुर और आसनसोल शामिल हैं. 2009 के लोकसभा चुनावों में छह सीटों में से चार पर माकपा ने और एक-एक सीट पर फारवार्ड ब्लॉक एवं भाकपा ने जीत दर्ज की थी. 2011 के विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस ने इन छह सीटों के तहत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में अपनी गहरी पैठ बना ली, जो पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया, बांकुड़ा और बर्दवान जिले में पड़ते हैं.