कोलकाता: अभिनेत्री कोंकणा सेन शर्मा ने कहा कि रवींद्र नाथ टैगोर की कृति पर आधारित किरदारों को पाकर वे बहुत खुश हैं और खुद को सौभाग्यशाली मानती हैं. कोंकणा आने वाले दिनों में ‘सजरुर कांता’ में नजर आयेंगी. वे फिल्म में दीपा की भूमिका निभा रही हैं जो कि टैगोर के मशहूर नाटक ‘रक्तकराबी’ में वर्णित नंदिनी के किरदार से लिया गया है.
टैगोर की नंदिनी के अपने किरदार के बारे में बताते हुए 34 वर्षीय कई पुरस्कार जीत चुकी कोंकणा ने कहा : यह मुङो नई उंचाइयां देता है. इससे पहले कोंकणा टैगोर के बहुप्रशंसित ‘सेशर कोबिता’ में ‘कादोंबरी’ का किरदार निभा चुकी हैं.
जब उनसे पूछा गया कि कैसे उन्होंने संवाद अदायगी में नंदिनी के किरदार को टैगोर का स्पर्श दिया तो उन्होंने कहा: मुङो थोड़ा मुश्किल तो लगा लेकिन मंच कलाकार सोहाग सेन की कार्यशाला ने बहुत सहायता की. मैंने तो पंक्तियों के उच्चारण की बारीकी और शब्दों को याद कर लिया था ताकि किरदार को बेहतर ढंग से निभा सकूं. कोंकणा ने कहा : मुङो ‘रक्तकराबी’ की नंदिनी बिल्कुल वैसा ही बनना था जैसी कि लोगों के मन में उसके प्रति धारणा है जबकि लावण्या भी ‘सेशर कोबिता’ के बहुत जाना हुआ चरित्र था. तो मुश्किल होता है वैसे भूमिका को निभाना जैसा वो लोगों के दिलो दिमाग में बसी है. मेरा काम मेरी समझ और की गई तैयारी पर निर्भर करता है. कोंकणा ने बताया कि उनकी मां अपर्णा सेन ने भी नंदिनी के किरदार को समझने में उनकी बहुत सहायता की. फिल्म के निर्देशक सायबल मित्र का कहना है ‘सजरुर कांता’ में कोंकणा का निभाया दीपा का किरदार बहुत महत्तवपूर्ण है. यह फिल्म प्रेमकोण को साथ लेकर चलने वाली एक क्राइम थ्रिलर है.