कोलकाता: प्रधानमंत्री पद की दौड में नरेंद्र मोदी को सबसे आगे रखने वाले चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों को खारिज करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आज कहा कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का विचार ही कपोल-कल्पना है और संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार ही काल्पनिक विचार है. संविधान में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में जनता सांसद चुनती है और फिर सांसद प्रधानमंत्री चुनते हैं.पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने साथ साक्षात्कार में मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘पहले उन्हें बहुमत हासिल करने दीजिए.जो लोग नमो नमो कर रहे हैं, हम उनसे नहीं-नहीं, नहीं-नहीं कह रहे हैं. ’’ मोदी ने शुक्रवार को सिलीगुडी के समीप एक चुनावी रैली में ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा था.
ममता ने विश्वास व्यक्त किया कि संघीय मोर्चा अगली सरकार बनाएगा क्योंकि ‘‘भारत की जनता बहुत बुद्धिमान’’ है. उन्होंने कहा कि संघीय मोर्चे में ऐसे दल हैं जो भ्रष्टाचार, वंशवादी शासन एवं सांप्रदायिकता के खिलाफ लडने को इच्छुक हैं जबकि कांग्रेस एवं भाजपा ऐसा करने में विफल रही है.उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस विश्वसनीयता, जवाबदेही और शासन करने की नैतिक जिम्मेदारी गंवा चुकी है. हम भ्रष्ट सरकार को हटाकर एक ऐसे दल को नहीं ला सकते जो सांप्रदायिक दंगे के प्रतीक हो.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मतगणना के दिन आप देखेंगे कि आप कांग्रेस और भाजपा दोनों की सीटें जोड भी दें तो भी वह 273 से कम होंगी.यह राजनीतिक वास्तविकता है. ’’