सिलीगुड़ी. केएलओ के फरार आतंकी जीवन सिंह की पत्नी का शव उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचने से प्रशासन की नींद उड़ गयी है. महिला को गोली लगने की आशंका जतायी जा रही है. पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया है. सोमवार शाम जीवन सिंह का परिवार व केएलओ के […]
सिलीगुड़ी. केएलओ के फरार आतंकी जीवन सिंह की पत्नी का शव उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचने से प्रशासन की नींद उड़ गयी है. महिला को गोली लगने की आशंका जतायी जा रही है. पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया है. सोमवार शाम जीवन सिंह का परिवार व केएलओ के आत्म समर्पण करने वाले अन्य सदस्य शव को लेकर डुआर्स के कुमारग्राम थाना अंतर्गत उत्तर हल्दीबाड़ी के लिये रवाना हो गये.
आंतकी संगठन के केएलओ के फरार सरगना जीवन सिंह की पत्नी का शव सिलीगुड़ी पहुंचने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप है. मिली जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात गोली एक महिला को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी जानकारी दी. डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया.
इस महिला के साथ दो बच्चियां भी थी. दोनों की उम्र 9 और 12 वर्ष के बीच है. महिला के मरने की खबर सुनते ही दोनों बच्चियां काफी भावुक हो गयी. मेडिकल में महिला का नाम रेखा राजवंशी बताया गया था. लेकिन जब पुलिस जांच में उतरी तो पाया कि मृत महिला केएलओ के कमांडर जीवन सिंह की पत्नी भारती दास सिंह है. पूछताछ में दोनों बच्चियों ने इस सच्चाई को स्वीकार कर खुद को जीवन सिंह की बेटी बताया. इतना खबर मिलते ही सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के कान खड़े हो गये.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला को जिस एंबुलेंस में मेडिकल तक लाया वह नेपाल नंबर की गाड़ी थी. इस जानकारी से पुलिस काफी हैरान है. वर्षों से जीवन सिंह फरार है. नेपाल नंबर की गाड़ी से उसकी पत्नी का शव मेडिकल तक पहुंचाये जाने से पुलिस जीवन सिंह के नेपाल में होने की संभावना जता रही है. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पुलिस चौकी घटना की जानकारी सर्वप्रथम शहर के कमिश्नर नीरज कुमार सिंह को दी. इसके बाद पुलिस ने जीवन सिंह के परिवारवालों को इतल्ला कर स्थानीय कुमारग्राम व अलीपुरद्वार पुलिस थाने से संपर्क किया है.
सोमवार सुबह जीवन सिंह की बहन सुमित्रा दास सिंह व पत्नी का भाई अजित दास आत्म-समर्पण कर चुके केएलओ के सदस्य टॉम अधिकारी, मेनुका राय मिल्टन दास सहित कई लोग उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज पहुंचे. पोस्टमार्टम के बाद मेडिकल कॉलेज ने शव परिवार को सौंप दिया. इस मामले को लेकर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल प्रबंधन व पुलिस प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. मेडिकल कॉलेज चौकी की पुलिस ने बताया एक गलत नाम से जीवन सिंह की पत्नी को शव मेडिकल कॉलेज लाया गया था. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर
इस संबंध में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि नेपाल नंबर की एंबूलेंस से जीवन सिंह की पत्नी को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया था. लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. शव के साथ दो बच्चियां भी पहुंची थी जो खुद को जीवन सिंह की बेटी होने का दावा कर रही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.