कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस को हारने के लिए माकपा, कांग्रेस और भाजपा ने गठबंधन किया है. तीनों पार्टियां रोज एक दूसरे से बात करती है. माकपा चाहती है कि भाजपा और कांग्रेस जितना वोट काटेगी, उनका उतना लाभ होगा. ये बातें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कृष्णानगर और मध्ममग्राम में जनसभा संबोधित करने के दौरान कहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कि वोट काटने के लिए कांग्रेस और भाजपा अपना प्रत्याशी खड़ा रही है.
इस काम में माकपा उनकी मदद कर रही है. उन्होंने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि चुनाव के पहले रात-दिन आकर कू-कू करने लगती है, चुनाव के बाद इनका कोई पता नहीं होता है. उन्होंने एक मात्र तृणमूल कांग्रेस की एक पार्टी है, तो केंद्र में भाजपा जैसी संप्रदायिक पार्टी को सत्ता में आने से रोक सकती है.
उन्होंने माकपा को आड़े हाथ लेती हुई कहीं कि माकपा ने बंगाल को ध्वंस कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस माकपा को वापस नहीं आने देगी. उन्होंने कहा कि माकपा के जमाने में महिलाओं पर एक के बाद अत्याचार की घटना हुई है. उनके शासन काल में कोई भी घटना होने पर सरकार तुरंत कार्रवाई करती है. उन्होंने एफडीआई मुद्दे पर कांग्रेस सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि तृणमूल जो वादा करती है, उसे पूरा करती है. उन्होंने कहा कि एफडीआई के विरोध में तृणमूल केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर निकल आयी थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा बंगाल को विभाजित करना चाहती है. तृणमूल कांग्रेस बंगाल को विभाजित नहीं होने देगी. मध्यमग्राम कर्मी सम्मेलन में जिले के तृणमूल के पांच प्रत्याशी सौगत राय, दीनेश त्रिवेदी, काकली घोष दस्तीदार, कपिल कृष्ण ठाकुर और इद्रिश अली मौजूद थे.