लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानभवन के सामने आज हुए हाईवोल्टेज ड्रामा में उमा भारती की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरनगर दंगे के मामले में नामजद भाजपा विधायक संगीत सोम की सम्भावित गिरफ्तारी की आशंका के मद्देनजर उनके चारों ओर सुरक्षा घेरा बना लिया और उन्हें पार्टी कार्यालय तक लाये.
विधानभवन के गेट के सामने बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती के मद्देनजर सोम की गिरफ्तारी की आशंका को देखते हुए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह कदम उठाया.सोम मुजफ्फरनगर में दंगे से पहले हुई महापंचायत में कथित रुप से भड़काउ भाषण देकर फसाद पैदा करने के मामले में नामजद अभियुक्त हैं.
उमा ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह तय हुआ था कि बिना जांच के कोई कार्रवाई नहीं होगी। अभी तक जांच नहीं हुई है और हमें पता लगा है कि गेट पर भाजपा विधायकों की गिरफ्तारी की तैयारी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आरोपों के दायरे में जितना भाजपा विधायक हुकुम सिंह, संगीत सोम, भारतेन्दु सिंह और सुरेश राणा हैं उनते ही आजम खां भी हैं, लेकिन भाजपा विधायकों की गिरफ्तारी की तैयारी की जा रही है. सपा वर्ग विशेष के लिये हमें निशाना बनाना चाहती है.’’
रेणुका पामेचा (महिला पुर्नवास समूह), कविता श्रीवास्तव (पीपुल्स यूनियन फार सिविल लिबर्टीज), सुमित्र चोपडा व कुसुम साईवाल (अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति) और मानवाधिकार, महिला एवं चौदह से अधिक संगठनों ने दुष्कर्म के आरोपी राज्यमंत्री बाबू लाल नागर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर गिरफ्तार करने, पीडिता के 164 में बयान करवाने उसके कपडे जब्त कर डीएनए जांच करवाने और सुरक्षा देने की मांग की है.
नियमों में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जांच सीआईडी (सीबी) पुलिस को ही करने का प्रावधान होने के कारण यह मामला सोडाला थाना पुलिस से सीआईडी (सीबी) पुलिस को स्थानान्तरित किया गया है.