कानपुर : जिला सरकारी अस्पताल उर्सला के डॉक्टर पर अस्पताल में हुए हमले को लेकर शहर के सरकारी और गैर सरकारी डाक्टरों में काफी रोष है और आज सभी डॉक्टर विरोध स्वरुप हाथ में काली पट्टी बांध कर काम कर रहे है.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ने आज बताया कि डॉ विमल को अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था और उनका इलाज चल रहा है उनकी स्थिति खतरे से बाहर है.
उन्होंने बताया कि अस्पताल में किसी डाक्टर पर दिनदहाड़े हमला किया जाने से डाक्टरों में काफी रोष है और पीएमस (प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ) के आह्वान पर आज सभी सरकारी अस्पतालो के डॉक्टर हाथ के बाजू पर काली पटटी बांध कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है. पीएमएस ने आह्वान किया है कि अगर शीघ्र ही हमलावरों को न पकड़ा गया तो 19 अगस्त को आगे के आंदोलन की रणनीति बनायी जायेगी.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के महासचिव डॉ प्रवीण कटियार ने बताया कि डॉ सिंह पर इस तरह अस्पताल परिसर में हमले से डॉक्टरों में काफी आक्रोश व्याप्त है और आईएमए के डाक्टरों का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी समीर वर्मा से मिला और उन्हें सारी बात बतायी तो डीएम ने हमलावर को शीघ्र पकड़े जाने का आश्वासन दिया.
डॉ कटियार ने कहा कि आईएमए ने भी सोमवार को एक बैठक बुलाई है और यदि रविवार तक सिंह के हमलावर को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है तो आगे के आंदोलन की रुपरेखा बनायी जायेगी.
उधर, कानपुर पुलिस के एसएसपी यशस्वी यादव ने कहा है कि डॉक्टर सिंह और घटनास्थल पर मौजूद अन्य लोगों की जानकारी के आधार पर हमलावर का स्कैच बना लिया गया है और शीघ्र ही डाक्टर का हमलावर पुलिस की गिरफ्त में होगा.
गौरतलब है कि उर्सला अस्पताल के सर्जन डाक्टर विमल कुमार सिंह (56) पर अज्ञात हमलावर ने चाकू से हमला कर दिया था और हाथ जख्मी हो गया था. जब तक डॉ विमल और अन्य कुछ स्टाफ समझ पाते तब तक हमलावर वहां से फरार हो गया था.