24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अस्पताल से मां का शव कंधे पर लाया घर

जैंतगढ़ : सरकारी दावों व कार्रवाई के बावजूद भी ओड़िशा में थम नहीं रहा है कंधे पर शव धोने का सिलसिला. पिछले वर्ष कालाहांडी के दान मांझी द्वारा अपनी पत्नी के शव को कंधे पर ढोकर अस्पताल से 10 किमी दूर अपने गांव ले जाने की घटना से समूचा देश मर्माहत हुआ था. उसी घटना […]

जैंतगढ़ : सरकारी दावों व कार्रवाई के बावजूद भी ओड़िशा में थम नहीं रहा है कंधे पर शव धोने का सिलसिला. पिछले वर्ष कालाहांडी के दान मांझी द्वारा अपनी पत्नी के शव को कंधे पर ढोकर अस्पताल से 10 किमी दूर अपने गांव ले जाने की घटना से समूचा देश मर्माहत हुआ था. उसी घटना की पुनरावृत्ति करते हुए 15 दिन पहले ही पाललोहड़ा अनुमंडल अस्पताल से भी पेचामुंडी गांव निवासी रथी धीवर अपनी छह वर्ष की बेटी के शव को कंधे पर उठाकर 15 किमी दूर अपने गांव ले गया था घटना को बीते 15 दिन ही हुए है की इस तरह की एक और घटना प्रकाश में आया है.

घटना रसुलगढ़ प्रखंड अंतर्गत मधुबन स्वस्थ्य केंद्र की है. अस्पताल कर्मचारियों की अवहेलना के कारण बेटा अपनी मां के शव को कंधे पर ढोकर घर ले गया. यह दुखद घटना एक आदिवासी परिवार के साथ घटी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार रसुलगढ़ प्रखंड अंतर्गत बांतरा गांव के कालिया मुंडा की मां माइना (48) बुखार से पीड़ित थी.
उसे इलाज के लिए मधुबन अस्पताल ले गया था. अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ दीपक कुमार दास माइना का इलाज करा रहे थे. किंतु माइना की गंभीर अवस्था को देखते हुए डाक्टर ने माइना को जिला मुख्य अस्पताल ले जाने को कहा. लेकिन अभाव ग्रस्त परिवार उसे जिला अस्पताल नहीं ले सका. जिससे माइना की मौत हो गयी.
माइना के मौत के बाद डाक्टर वहां से चला गया. अस्पताल के कर्मचारी ने शीघ्र ही शव को ले जाने को कहा. पैसों के अभाव के कारण वे गाड़ी नहीं कर पाये. बाध्य होकर कालिया, उनके पड़ोसी गोमा मुंडा व पदन मुंडा के सहयोग से मां के शव को कंधे में ढोकर डेढ़ किमी तक चलकर घर ले गया था. कालिया मुंडा ने रोते हुए बताया की मेरी मां अस्पताल में मर गयी. हमलोग गरीब व मूर्ख है. हमें कोई जानकारी नहीं है. डॉक्टर खाना में कहा गया की शव को ले जाओ. इसलिए हमलोग शव को कंधे पर ढोकर ले गये. इस संबंध में डॉ दास ने कहा कि जब तक अस्पताल से एंबुलेंस भेजा गया तब तक कालिया व उसके पड़ोसी माइना के शव को उठाकर घर जा चुके थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें