चाईबासा : पिता मलडू गोप व बेटी लक्ष्मी गोप की मौत के बाद जागा स्वास्थ्य महकमा गुरुवार को सदर प्रखंड के तुईबीर पंचायत अंतर्गत बरकुंड़िया गांव के तेरगो टोला पहुंचा. यहां जांच कर प्रभावित लोगों को दवा दी गयी. किट से किये गये जांच में रामा बुड़ीउली(50), आलो महाराणा( 40) व नंदी बिरुली(45) में मलेरिया पॉजीटिव पाया गया है. उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यहां अधिकांश लोग बुखार व सिर दर्द से पीड़ित मिले. यहां पहुंचे विधायक दीपक बिरुवा ने स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्वास्थ्यकर्मी जांच के लिए मिलने वाली मलेरिया किट ही बेच देते है, जिससे जांच नहीं होती. विधायक की पहल पर प्रभावित परिवार 20 हजार की तत्काल सहायता देने का निर्देश प्रशासन कीओर से दिया गया है. विधायक ने सप्ताह में तीन दिन स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों के बैठने की व्यवस्था कराने की बात कही है.
मेडिकल कैंप में डॉ जगन्नाथ हेंब्रम, डॉ जसमीना के, शांतिलता ओड़िया, मेरी मकदली बारला, अंजीसनु प्रकाश, रजनीश पुरती, श्रीराम बिरूवा, मधुसूदन बानरा थे शामिल.
सप्ताह भर से थे बीमार
तेरगो टोला में रहने वाले मलडू गोप, उनकी बेटी लक्ष्मी गोप, बेटा चैतन्य गोप, भतीजी सीता गोप व मानी गोप सप्ताह भर से बीमार चल रहे थे. इलाज नहीं मिलने से मंगलवार की दोपहर लक्ष्मी की मौत हो गयी. सूचना मिलने पर अस्पताल से एंबुलेंस भेज कर चार सदस्यों को अस्पताल लाया गया. यहां इलाज के दौरान मलडू की मौत हो गयी.
मुख्यालय से तीन किमी दूरी
चाईबासा से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित बरकुंडिया गांव मलेरिया जोन के रूप में चिन्हित है. बीमार होने पर लोग इलाज के स्थान पर झाड़ फूंक में ज्यादा विश्वास करते है. प्रभावितों में मलेरिया के लक्षण मिलने के बाद भी स्वास्थ्य महकमा बीमारी को अब भी अज्ञात ही बता रहा है.