बंदगांव : नकटी पंचायत भवन में मुखिया मिथुन गागराई की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. बैठक में रोजगार दिलाने के नाम पर युवक को बेचने वाले दलाल का भविष्य में कोई घटना का अंजाम देने पर सामाजिक बहिष्कार व कानूनी कार्रवाई का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया.
मालूम रहे कि 15 दिन पूर्व नकटी पंचायत के जोंको गांव के 35 वर्षीय वीर सेन पूर्ति व 36 वर्षीय गोंडो पूर्ति को गांव का ही एक दलाल डिबरु जोंको ने काम दिलाने के नाम पर ओड़िशा ले जाकर बेच दिया. इसके बाद वीर सेन पूर्ति की पत्नी पंगला पूर्ति व गोंडो पूर्ति का पत्नी मुक्ता पूर्ति ने मुखिया मिथुन गागराई से अपने पति की वापसी के लिए गुहार लगायी.
इसके बाद मुखिया ने दलाल डिबरु जोंको के परिवार पर दबाव बनाया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि 10 दिनों के अंदर दोनों व्यक्ति वापस नहीं आता है, तो दलाल डिबरु जोंको पर कराइकेला थाना में अपहरण का मामला दर्ज किया जायेगा.
साथ ही सामाजिक बहिष्कार भी की जायेगी. इसके बाद थाना व सामाजिक दंड के डर से दलाल डिबरु जोंको ने वीरसेन पूर्ति व गोंडो पूर्ति को वापस ला कर मुखिया के समक्ष प्रस्तुत किया और अपने गलती को मानते हुए माफी मांगा. इसके बाद मुखिया ने पहली गलती मानते हुए उसे माफ कर दिया और कहा कि अगर भविष्य में किसी भी व्यक्ति द्वारा शोषण व बेचने की शिकायत आती है, तो उस पर कार्रवाई की जायेगी.
मालूम रहे कि बंदगांव प्रखंड में प्रति वर्ष सैकड़ों की संख्या में लोगों को रोजगार दिलाने के नाम पर बेची जा रही है. आज भी कई महिला और पुरुष दूसरे राज्यों में कैदी की तरह अपना जीवन गुजर बसर कर रहे है. इस मौके पर पावल गागराई, जुगल तांति, संजय गागराई समेत अन्य उपस्थित थे.