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छंटनी के खिलाफ हाइकोर्ट जायेंगे चिरिया माइंस मजदूर

मनोहरपुर. साइडिंग में तीन संगठनों संग मजदूरों ने की बैठक, लिया फैसला मनोहरपुर : ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग प्रालि की निविदा समाप्त होने पर एक जुलाई से चिरिया माइंस के 741 मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. इसे लेकर मजदूरों वे गुरुवार को मनोहरपुर साइडिंग में मजदूर संगठन एटक, इंटक एवं झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के […]

मनोहरपुर. साइडिंग में तीन संगठनों संग मजदूरों ने की बैठक, लिया फैसला

मनोहरपुर : ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग प्रालि की निविदा समाप्त होने पर एक जुलाई से चिरिया माइंस के 741 मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. इसे लेकर मजदूरों वे गुरुवार को मनोहरपुर साइडिंग में मजदूर संगठन एटक, इंटक एवं झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के नेताअाें के साथ बैठक हुई, जिसमें मुख्य रूप से मजदूरों की छंटनी रोकने एवं माइंस शुरू कराने पर चर्चा की गयी. मौके पर वर्ष 1991 से इस्को के कार्यकाल से कार्यरत मजदूरों की छंटनी के विरोध में हाइकोर्ट जाने का निर्णय लिया गया. मौके पर तीनों मजदूर संगठन के प्रतिनिधियों ने छंटनी के विरोध में एक मंच पर आ करने लड़ने की बात कही.
नेताओं ने कहा कि ठेका कंपनी काम शुरू करने से पहले मजदूरों के फार्म बी में हेरफेर कर मजदूरों की उम्र से छेड़छाड़ कर सकता है. इसके प्रति सजग रहने की जरूरत है. इससे पूर्व श्रम सचिव के छंटनी के आदेश पर स्टे आर्डर के लिए हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जायेगा. बैठक में मजदूर नेता नवल सिंह, लाल सामद, बुधराम सोय, राजकुमार लोहार, श्याम दास, गुलशन नाग, धनीराम अंगरिया, नागेंद्र विश्वकर्मा, हेमंत नायक, गोपाल महतो समेत मारंगपोंगा, जामकुंडिया, छोटानागरा, साइडिंग, आंकुवा, लोड़ो, टिमरा, सोद, दुइया, सेलाइ मणिपुर, पुराना मनोहरपुर, गिंडुग आदि गांवों ठेका मजदूर मौजूद थे.
मालूम हो कि सेल आरएमडी के चिरिया माइंस की ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग का टेंडर 30 जून को समाप्त हो गया है. इससे पूर्व ठेका कंपनी ने श्रम मंत्रालय को आवेदन देकर ठेका कर्मी की छंटनी की गुजारिश की थी, जिस पर श्रम सचिव का मुहर लगने के बाद मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. दूसरी ओर पुरानी ठेका कंपनी द्वारा मजदूरों को बकाया वेतन, पीएफ, ग्रेच्युटी भुगतान की कवायद शुरू कर दी गयी है. इधर, मिली जानकारी के मुताबिक नयी ठेका कंपनी नारायणी संस प्रालि को सेल से 12 जुलाई से पूर्व बहाली प्रक्रिया के साथ माइंस शुरू करने का निर्देश दिया गया है. इधर, चिरिया में भी मजदूरों की बैठक हुई है, जिसमें उक्त मुद्दे पर चर्चा की गयी.
मजदूरों के बीच ठोस एकता नहीं होने की वजह से छंटनी जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है. सभी यूनियन को मिल कर इस समस्या को सुलझाया जा सकता है
राजकुमार लोहार, मजदूर नेता सह भाजपा प्रखंड अध्यक्ष
मजदूर हित में हाइकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट जाना पड़े, तो जायेंगे. छंटनी का मसला सेल व ठेका कंपनी की मिलीभगत की उपज है, जिसे सफल नहीं होने दिया जायेगा
रामा पांडे, अध्यक्ष, झारखंड मजदूर संघर्ष संघ

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